Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) मुख्यमंत्री एकांत शिंदे के नाम पर पुणे में पार्क का उद्घाटन कार्यक्रम आखिरकार रद्द कर दिया गया है। विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों ने पार्क (पुणे गार्डन) के नाम पर आपत्ति जताई थी। मुख्यमंत्री शिंदे आज उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे। हालाँकि, उद्घाटन समारोह विवादों में घिर गया था क्योंकि स्वैच्छिक संगठनों ने शिकायत की थी कि नामकरण अवैध था। यह पार्क हडपसर क्षेत्र में पालिका स्थल पर बनाया गया है। शिंदे का समर्थन करने वाले शिवसेना के पूर्व नगरसेवक प्रमोद नाना भंगीरे ने इस पार्क का नाम एकनाथ शिंदे के नाम पर रखने का फैसला किया। हालांकि संगठनों की आपत्ति के बाद इस उद्घाटन कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। साथ ही पार्क के नेम बोर्ड को भी कवर कर दिया गया है।
आख़िर आपत्ति क्या है?
हडपसर क्षेत्र में यह पार्क स्थल पालिका के अंतर्गत आता है। लेकिन भंगीरे ने दावा किया है कि पार्क के निर्माण और विकास का खर्च उन्होंने खुद उठाया है। इसी तरह उनका यह भी कहना है कि इस क्षेत्र के निवासियों और पालिका आयुक्त के साथ बैठक में वे शिंदे के नाम पर पार्क का नाम रखने पर सहमत हुए। हालाँकि इस नाम को प्रशासनिक स्वीकृति नहीं है। नतीजतन आज का उद्घाटन समारोह विवादों में घिर गया। खास बात यह है कि इस क्षेत्र में बने हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे फुटबॉल ग्राउंड का भी उद्घाटन मुख्यमंत्री शिंदे करेंगे। लेकिन प्रशासन इस कार्यक्रम से भी पूरी तरह अनभिज्ञ है। उस पालिका का प्रशासन प्रशासक के हाथ में होता है। पालिका परियोजना का उद्घाटन समारोह प्रशासन के माध्यम से आयोजित होने की उम्मीद है। लेकिन दोनों कार्यक्रमों का आयोजन खुद पूर्व नगरसेवक प्रमोद नाना भंगीरे ने किया है। इसलिए इसकी आलोचना हो रही है।
मुख्यमंत्री का आज पुणे का दौरा
एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद आज पहली बार पुणे के दौरे पर हैं। वह शहर के विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। विभागीय आयुक्त कार्यालय पुणे में एक महत्वपूर्ण बैठक होगी,जिसमें बारिश,भारी बारिश,फसल सिंचाई की समीक्षा के साथ ही शहर और जिले में विकास कार्यों की प्रगति को पेश किया जाएगा। इस बैठक के बाद वह सासवड,जेजुरी,पुरंदर और हडपसर-धनकवाड़ी जैसे विभिन्न स्थानों का दौरा करेंगे और विकास कार्यों का उद्घाटन करेंगे।
आदित्य ठाकरे भी पुणे में
युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे भी मंगलवार को पुणे के दौरे पर हैं। राज्य में सत्ता हस्तांतरण के बाद वह पहली बार पुणे आ रहे हैं। इस बार आदित्य ठाकरे की जनसभा का आयोजन किया गया है। कुल मिलाकर शिंदे समूह और शिवसेना दोनों ही शहर में ताकत का प्रदर्शन करेंगे।