Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शुक्रवार को आंतरिक मूल्यांकन के माध्यम से पहली बार आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परिणाम घोषित किए। प्रदेश का रिजल्ट 99.95 फीसदी रहा। आंतरिक मूल्यांकन से पास होने की संभावना के बावजूद 758 छात्र फेल हुए,जबकि 48 छात्रों का इंटरनल असेसमेंट नहीं हुआ क्योंकि वे स्कूलों और शिक्षकों के संपर्क में नहीं थे। राज्य में कोंकण विभाग का परिणाम सबसे अधिक 100 प्रतिशत और नागपुर विभाग का परिणाम सबसे कम 99.85 प्रतिशत रहा। प्रदेश में 957 विद्यार्थियों को शत-प्रतिशत अंक मिले हैं। राज्य सरकार ने राज्याभिषेक अवधि के दौरान छात्रों को सुरक्षित रखने के लिए मैट्रिक परीक्षा को रद्द करने और आंतरिक मूल्यांकन के माध्यम से परिणाम घोषित करने का निर्णय लिया था। इसी के तहत राज्य बोर्ड के अध्यक्ष दिनकर पाटिल ने प्रेस कांफ्रेंस कर 10वीं का परिणाम घोषित किया।
सचिव डॉ.इस दौरान अशोक भोसले मौजूद थे। पिछले साल का परिणाम राज्य बोर्ड के इतिहास में 1975 के बाद सबसे अधिक 95.30 प्रतिशत था। यह रिकॉर्ड टूट गया है और इस साल के परिणाम के लिए एक नया रिकॉर्ड बनाया गया है। इस साल के रिजल्ट में भी लड़कियों का पास प्रतिशत लड़कों के मुकाबले ज्यादा है। नियमित छात्रों का परिणाम 99.96 प्रतिशत और नियमित छात्रों का परिणाम 99.94 प्रतिशत रहा। पाटिल ने कहा कि मैट्रिक परीक्षा के लिए राज्य बोर्ड ने पूरी व्यवस्था कर रखी थी। लेकिन जैसे ही कोरोना की स्थिति में सुधार नहीं हुआ,राज्य सरकार द्वारा तय किए गए आंतरिक मूल्यांकन के माध्यम से निर्णय पूरा किया गया। इस प्रक्रिया में स्कूलों,शिक्षकों,अधिकारियों के सहयोग से समय पर परिणाम घोषित करना संभव हो सका।
परिणाम एक नजर में
पंजीकृत नियमित छात्र-15 लाख 75 हजार 806
विद्यालयों से आंतरिक मूल्यांकन प्राप्त करने वाले नियमित छात्र-15 लाख 75 हजार 752
उत्तीर्ण नियमित छात्र-15 लाख 74 हजार 994
परिणामों का प्रतिशत-99.95
पुन: परीक्षार्थी-82 हजार 802
स्कूलों से आंतरिक मूल्यांकन प्राप्त करने वाले पुन: परीक्षार्थी-82,674
पुन:परीक्षा उत्तीर्ण-74 हजार 618
निजी छात्र-28 हजार 424
उत्तीर्ण होने वाले निजी छात्रों का प्रतिशत-97.45
दिव्यांग छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत-97.84
100% रिजल्ट वाले स्कूल-22 हजार 384
शून्य से 10 प्रतिशत परिणाम वाले स्कूल-9
27 विषयों का परिणाम-100 प्रतिशत
आरक्षित छात्र – 4,922
अधिक गुणवत्ता
पिछले साल 83,262 छात्रों को 90 फीसदी या इससे ज्यादा अंक मिले थे। तो इस साल 1 लाख 4 हजार 633 छात्रों को 90 फीसदी या इससे ज्यादा अंक मिले हैं। नतीजा यह रहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल 90 फीसदी या इससे ज्यादा अंक हासिल करने वाले छात्रों की संख्या में 21 हजार 371 का इजाफा हुआ है।
ज्यादा मिले अंक
राज्य में इस साल शत-प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। इस साल राज्य में 957 छात्रों को अंक मिले हैं,जबकि पिछले साल 242 छात्रों को इनमें से अंक मिले थे। औरंगाबाद,लातूर और अमरावती विभाग के छात्र इस वर्ष शत-प्रतिशत अंक प्राप्त करने में आगे रहे।औरंगाबाद के 261 छात्रों,लातूर के 278 छात्रों और अमरावती के 105 छात्रों ने 100 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। पुणे विभाग से 79,नागपुर विभाग के 25 छात्र,मुंबई मंडल के 32 छात्र,कोल्हापुर मंडल के 92 छात्र,नासिक मंडल के 61 छात्र और कोंकण मंडल के 24 छात्रों ने 100 प्रतिशत अंक प्राप्त किए।
मंडल बोर्ड वार परिणाम
मुंबई – 99.96
पुणे – 99.96
नागपुर – 99.84
औरंगाबाद – 99.96
कोल्हापुर – 99.92
अमरावती – 99.98
नासिक – 99.96
लातूर – 99.96
कोंकण – 100
पहला परिणाम
परीक्षाओं को लेकर कोर्ट में याचिका दाखिल होने के बाद सीबीएसई और आईसीईएसई ने इंटरनल असेसमेंट फॉर्मूला कोर्ट में पेश किया था। राज्य सरकार ने राज्य में 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए आंतरिक मूल्यांकन का फॉर्मूला तैयार करने में काफी समय लगाया था। इसके बावजूद राज्य बोर्ड ने सीबीएसई और आईसीईएसई से पहले प्रक्रिया पूरी कर परिणाम घोषित कर दिया है।
पुनर्मूल्यांकन,इस साल नहीं हुई गुणवत्ता की जांच
राज्य बोर्ड ने दसवीं कक्षा के परिणाम के लिए स्कूल स्तर की सत्र परीक्षा,अभ्यास परीक्षा,मौखिक परीक्षा,परीक्षा,गृहकार्य का उपयोग किया है। इसलिए हर साल की तरह रिजल्ट के बाद बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि उत्तर पुस्तिकाओं की गुणवत्ता जांच, फोटोकॉपी और पुनर्मूल्यांकन की कोई सुविधा नहीं है।
वर्षवार परिणाम
2016 – 89.56
2017 – 88.74
2018 – 89.41
2019 – 77.10
2020- 95.30
2021 – 99.95
अधिक गुणवत्ता
पिछले साल 83,262 छात्रों को 90 फीसदी या इससे ज्यादा अंक मिले थे। तो इस साल 1 लाख 4 हजार 633 छात्रों को 90 फीसदी या इससे ज्यादा अंक मिले हैं। नतीजा यह रहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल 90 फीसदी या इससे ज्यादा अंक हासिल करने वाले छात्रों की संख्या में 21,371 का इजाफा हुआ है।