Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) खडकवासला बांध श्रृंखला परियोजना के चारों बांध शत-प्रतिशत भरे हुए हैं। चूंकि चारों बांध पूरी क्षमता पर हैं,इसलिए इन बांधों से पानी छोड़ना शुरू कर दिया गया है। साथ ही जिले के अन्य बांधों के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण कई बांधों से पानी छोड़ना शुरू कर दिया गया है। शहर को टेमघर,वरसगांव,पनशेत और खडकवासला नामक चार बांधों से पानी की आपूर्ति की जाती है। सीजन में पहली बार 22 जुलाई को खडकवासला बांध शत-प्रतिशत भरा हुआ था। पानशेत बांध 3 अगस्त को और वरसगांव बांध 19 अगस्त को पूरी तरह से भर गया था। 13 सितंबर को खडकवासला बांध श्रृंखला में टेमघर बांध भरने के साथ,सभी चार बांधों में पानी का भंडारण 29.15 बिलियन क्यूबिक फीट (टीएमसी) या 100 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
दिन के दौरान टेमघर बांध क्षेत्र में 45 मिमी,वरसगांव और पनशेत बांध क्षेत्र में 27-27 मिमी और खडकवासला बांध क्षेत्र में 11 मिमी बारिश हुई। वर्षा दर्ज की गई। जल संसाधन के अनुसार,चूंकि सभी चार बांध शत-प्रतिशत भरे हुए हैं,इसलिए टेमघर बांध से 300 क्यूसेक पानी,वरसगांव बांध से 2665 क्यूसेक,पनशेत बांध से 2692 क्यूसेक और खड़कवासला बांध से मुथा नदी तक 5136 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इस बीच पिंपरी-चिंचवड़ और उसके आसपास के इलाकों को पानी की आपूर्ति करने वाला पवन बांध भी 100 फीसदी भरा हुआ है। बांध ने दिन में 2100 क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा। जिले के अन्य बांधों के आसपास भारी बारिश के कारण अधिकांश बांधों से पानी छोड़ना शुरू कर दिया गया है। जिले की सीमा पर बने उजानी बांध में 67 फीसदी पानी जमा हो गया है। खड़कवासला बांध श्रृंखला के चारों बांधों के अलावा जिले के वडाज,कलमोडी,चस्कमां,आंद्रा,पवना,कसारसाई,मुलशी,गुंजवानी,नीरा देवघर,भाटघर समेत अन्य बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है।
पिछले साल 26 अगस्त को वरसगांव,पानशेत और खडकवासला में तीन बांध 100 प्रतिशत भर गए थे। टेमघर बांध में 3089 मिमी बारिश के बाद 1 नवंबर को बांध 100 फीसदी तक भर गया। 2 सितंबर,2019 को वरसगांव,पानशेत और खड़कवासला में तीन बांध 100 प्रतिशत भर गए थे। टेेमघर बांध में 4608 मिमी। बारिश के बाद बांध शत-प्रतिशत भर गया था। 19 अगस्त,2018 को वरसगांव,पानशेत और खडकवासला में तीन बांध 100 प्रतिशत भरे हुए थे। इस साल न केवल टेमघर बांध पूरी क्षमता से भर गया,बल्कि बांध में 65.97 फीसदी पानी ही जमा हो पाया।1 सितंबर,2017 को वरसगांव, पानशेत और खडकवासला में तीन बांध 100 प्रतिशत भर गए थे। उसी वर्ष टेमघर बांध अपनी पूरी क्षमता से नहीं भरा गया था,लेकिन बांध में केवल 55.33 प्रतिशत पानी जमा किया गया था।