Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) फिल्म और नाटक के क्षेत्र में पर्दे के पीछे काम करने वालों के साथ-साथ साधारण चित्रकारों,कलाकारों,तकनीशिनों का काम बहुत महत्वपूर्ण है। कोरोना काल में नाटक और फिल्में बंद होने से इस वर्ग को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि राज्य सरकार समाज के सभी गरीब और जरूरतमंद वर्गों को मुफ्त खाद्यान्न और मुफ्त चिकित्सा उपचार प्रदान कर रही है। ऐसी जरूरतों के लिए सामाजिक संगठनों द्वारा भी मदद का हाथ बढ़ाया जाना चाहिए। आनंदी वास्तु और संवाद-पुणे द्वारा दिया गया मदद का हाथ बहुत महत्वपूर्ण है। यह बयान उपमुख्यमंत्री पुणे के पालकमंत्री अजित पवार ने दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर्दे के पीछे के कलाकारों की मदद करने को लेकर भी सकारात्मक है और जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा।
पुणे पत्रकार भवन में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा परदे के पीछे के कलाकारों और तकनीशियनों को दुर्घटना बीमा प्रमाण पत्र वितरित किए गए। उस वक्त उपमुख्यमंत्री अजित पवार बोल रहे थे। इस अवसर पर आनंदी वास्तु संस्था के अध्यक्ष आनंद पिंपलकर,संवाद के सुनील महाजन,अखिल भारतीय फिल्म निगम के निदेशक निमिता मोघे,डॉ अश्विनी शेंडे उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि नाटक की ग्लैमरस दुनिया और पर्दे के पीछे काम करने वाले कलाकारों को बीमा कवर प्रदान करने के लिए आनंदी वास्तु और संवाद-पुणे का काम सराहनीय है। पुणे ने साहित्य,नाटक,फिल्म,कला और संस्कृति के क्षेत्र में हमेशा एक मिसाल कायम की है। कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करते हुए आनन्दी वास्तु तथा संवाद-पुणे संस्थाओं की आवश्यकता है।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि मराठी व्यक्ति नाटककार हैं। नाट्यकला को शुरू से ही राजश्री और लोकश्री मिलती रही है। नाटक और फिल्मों को हमेशा सरकार का समर्थन मिला है। फिल्म और ड्रामा के क्षेत्र में पर्दे के पीछे काम करने वाले आम आदमी के सवाल अहम हैं। कोरोना काल में नाटक और फिल्में बंद होने से इस वर्ग को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार की भूमिका कला क्षेत्र की मदद करना है
फिल्मों और नाटकों की स्क्रीनिंग पर और पाबंदियां लगेंगी। हमारे द्वारा प्रतिबंधों को कम करने के बाद रोगियों की संख्या में अचानक नाटकीय रूप से गिरावट हुई। एक ऐसा भी वक्त था कि अस्पताल के बेड में ऑक्सीजन की कमी महसूस होने लगी। इस स्थिति में कोरोना को काबू में करने के लिए कुछ पाबंदियां लगाई हैं। लोगों की जान बचाई जानी चाहिए। लोगों की जान बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है। इसलिए जैसे-जैसे जोखिम कम होगा प्रतिबंध धीरे-धीरे कम होंगे।
कार्यक्रम में प्रस्तावना भाषण सुनील महाजन ने दी। अखिल भारतीय फिल्म निगम की निदेशक निमिता मोघे ने उन्हें धन्यवाद दिया। परदे के पीछे के कलाकारों और तकनीशियनों को दुर्घटना बीमा प्रमाण पत्र वितरित किए गए। चयनित कलाकारों को भी सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्तियों,कलाकारों,परदे के पीछे के कलाकारों और तकनीशियनों ने भाग लिया।