Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) शिक्षा के घर पुणे में अब उच्च शिक्षित युवाओं के नशे की गिरफ्त में आने की तस्वीर सामने आ रही है। पार्टियों और अन्य शौक के लिए भुगतान करने के लिए सीधे ड्रग्स का कारोबार करने वाले लोगों के चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं। पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आयी है कि नशीले पदार्थ की डिलीवरी के लिए फूड डिलीवरी ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है। पुणे पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक करोड़ 14 लाख रुपये की एलएसडी स्ट्रिप जब्त की गई है।
पुणे में ड्रग्स बेचने का एक नया तरीका खोजने की कोशिश की। लेकिन पुणे पुलिस ने इस योजना का पर्दाफाश कर दिया है। पुणे की सड़कों पर कई डिलीवरी बॉयज नजर आ रहे हैं। वे दिन-रात खाना पहुंचाते हैं। इसलिए उन्हें कभी शक की निगाह से नहीं देखा जाता। इन सबका फायदा ड्रग्स बेचने वाले एक गिरोह ने उठाया है। पुलिस द्वारा 24 मई और 25 मई को दो अभियान चलाए गए, जिसमें एक करोड़ 14 लाख का माल पुलिस ने जब्त किया। 24 मई को 61 लाख की एलएसडी स्ट्रिप और 25 मई को 53 लाख की खेप जब्त की गई थी। दोनों दिन पुलिस ने इन उच्च शिक्षित युवकों को पुणे के अलग-अलग इलाकों से हिरासत में लिया है।
रोहन दीपक गवई (उम्र 24,डीपी रोड,कर्वे पुतला,कोथरूड),सुशांत काशीनाथ गायकवाड़ (आयु 36,बाणेर, मूल कोडोली, सतारा-सतारा),धीरज दीपक लालवानी (आयु 24,पिंपले सौदागर),गिरफ्तार किए गए लोगों में दीपक लक्ष्मण गहलोत (उम्र 25 वर्ष निवासी सनसिटी रोड),ओंकार रमेश पाटिल (उम्र 25 वर्ष निवासी वाकड) शामिल हैं।
कानून,एमबीए और इंटीरियर डेकोरेटर की पढ़ाई
शुरुआत में पुलिस को सूचना मिली कि कोथरूड इलाके में इस तरह की घटना हो रही है। उसके बाद पुलिस ने रोहन गवई को पकड़ लिया और उसके पास से 90 हजार रुपये मूल्य का एलएसडी जब्त किया। पूछताछ में पता चला कि उसके और भी साथी हैं। उसके बाद बाणेर,सिंहगढ़ रोड,पिंपले सौदागर,वाकड क्षेत्र से उसके साथियों को गिरफ्तार किया गया है। खास बात यह है कि ये पांचों लोग उच्च शिक्षित हैं। उन्होंने लॉ,एमबीए और इंटीरियर डेकोरेटर की पढ़ाई की है।
’पार्टियों और शौक के लिए बेच रहे ड्रग्स’
इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जांच में पता चला है कि इन सभी युवकों को घूमने फिरने, शौक मौजमजा के लिए यह धंधा शुरू किया गया था। इनमें धीरज,दीपक और ओंकार प्रमुख हैं। वॉट्सऐप के जरिए संपर्क करने के बाद डिलीवरी के लिए फूड एप के जरिए ऑर्डर बुक कर रहे थे। फिर सामने वाले ने ऑर्डर दिया तो वह पार्सल को डिलीवरी ब्वॉय के पास पैक कर रहा था। पुलिस ने बताया कि डिलीवरी बॉय को नहीं पता था कि इस पार्सल में क्या है।