Pimpri पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) अब लगने लगा है कि चुनावी मौसम आ गया है। चुनावी बारात सजने लगी और दूल्हे की सवारी होने लगी। आज राष्ट्रवादी कांग्रेस ने पिंपरी आंबेडकर पुतले पर विशाल जनआंदोलन करके भाजपा की नींद हराम कर दी। आंदोलनकारी मनपा भवन का घेराव किया। राष्ट्रवादी के सभी स्थानीय नेता नींद से जाग चुके है और पहली बार एकजुट होकर तीव्र आंदोलन करके अपनी ताकत का अहसास कराया।
राष्ट्रवादी के नारों से आज भाजपाईयों को रात में नींद नहीं आएगी। गली गली में शोर है भाजपा वाले चोर है,भगाओ भगाओ चोर भगाओ,पकडो पकडो भाजपाई चोर पकडो,जेल में गया चोर गया,चोरों की पार्टी भाजपा पार्टी,भ्रष्टाचारी भाजपा का धिक्कार है…ऐसे नारे लगाए गए। राष्ट्रवादी कांग्रेस के स्थानीय नेता हाथगाडी में पैसों की बंडल लेकर आए थे। जिसके ऊपर लिखा था धरा दाम करा काम,खाऊ गली। हलांकि यह पैसे नकली रखे गए थे। नकली रुपयों को हवा में उछाले गए। आज के विशाल काय मोर्चा की कमान शहर अध्यक्ष संजोग वाघेरे,पूर्व महापौर योगेश बहल,पूर्व स्थायी समिति सभापति डब्बू आसवानी,विरोधी नेता राजू मिसाल,पूर्व विरोधी नेता नाना काटे,पूर्व महापौर मंगला कदम,डॉ.वैशाली घोडेकर,वैशाली कालभोर,प्रवक्ता फजल शेख,नगरसेवक शाम लांडे जैसे दिग्गजों ने संभाली।
15 दिन पहले मनपा भवन में स्थायी समिति सभापति नितिन लांडगे के स्वीय सहायक ज्ञानेश्वर पिंगले एक ठेकेदार से रिश्वत लेते रंगेहाथ पकडा गया था। जिसमें सभापति समेत पालिका के चार कर्मचारियों को एंटी करप्शन की टीम गिरफ्तार करके पुलिस रिमांड ली फिर कोर्ट ने येरवडा जेल भेज दिया। अब सभी जेल से छूटकर बाहर आए है। राष्ट्रवादी कांग्रेस ने भाजपा के प्रधानमंत्री मोदी के नारों को याद दिलाया कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा,पारदर्शी कारभार। भाजपा पिछले साढे चार सालों में भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड तोड डाली है। खुलेआम काम के बदले दाम मांग रही है। ठेकेदारों से टेंडर में फिफ्टी परसेंट की पार्टनरशीप मांगती है। पालिका की तिजोरी में जमा जनता की टैक्स के पैसों की लूट हो रही है। पालिका बर्खास्त करके राज्य सरकार का शासक नियुक्त किया जाना चाहिए।
पूर्व महापौर योगेश बहल ने कहा कि भ्रष्टाचारी भले ही जेल से छूटकर आए हो लेकिन उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। जो कोई दोषी हो उसे कडी सजा मिलनी चाहिए। अगर राकांपा के सदस्य इसमें दोषी पाए जाए तो उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। शहर अध्यक्ष संजोग वाघेरे ने कहा कि जब तक स्थायी समिति भंग नहीं की जाती तब तक राष्ट्रवादी का आंदोलन ऐसा ही चलता रहेगा। भाजपा राज में बिना दाम का काम नहीं होता। शहर की मूल समस्या,पानी,स्वच्छता,आरोग्य,सड़कें देने में भाजपा नाकाम रही। केवल ठेकेदारी,टेंडर से पैसा कैसे कमाना है इस जुगाड में लगी रहती है। स्थायी समिति बर्खास्तगी की मांग राष्ट्रवादी ने आयुक्त से की है।