Pimpri पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे कोर्ट ने पिंपरी चिंचवड मनपा स्थायी समिति के अध्यक्ष नितिन लांडगे को आज दोपहर जमानत दे दी,जिन्हें 1,18,000 रुपये के रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें आज जमानत पर रिहा किया गया। हालांकि चार पालिका कर्मचारियों को 25 मई तक हिरासत में भेज दिया गया है। होर्डिंग्स एजेंसी संचालक ने रिश्वत रोकथाम विभाग (एसीबी), पुणे में शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया था कि सभापति नितिन लांडगे,स्वीय सहायक ज्ञानेश्वर पिंगले ने वर्कऑर्डर देने के लिए 6 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। सभापति को 25 अगस्त तक ही अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया,26 अगस्त को वापस कोर्ट में हाजिर होने के लिए आदेश दिया है।
शिकायत बुधवार 18 अगस्त को दर्ज कराई गई थी। उसके बाद एसीबी टीम ने जाल बिछाकर रिश्वत लेते पिंगले को रंगेहाथ गिरफ्तार किया। फिर सभापति समेत तीन पालिका के अन्य कर्मचारी भी गिरफ्तार हुए थे। 21 अगस्त को आरोपितों को न्यायालय में ले जाने के बाद आज 23 तारीख को दोपहर 1 बजे के बीच उन्हें पुन: न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने अभियुक्तों और वादी के वकीलों दोनों के बयानों को सुनने के बाद नितिन लांडगे को रिहा कर दिया।
घूसखोरी के मामले में गिरफ्तार नितिन लांडगे और उनके कर्मचारियों को गिरफ्तार कर शिवाजीनगर की एक विशेष अदालत में पेश किया गया,जिसके बाद उन्हें 21 तारीख को फिर से शिवाजीनगर अदालत में पेश किया गया। हालांकि उस दिन कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। आज दोपहर 1 बजे के बाद स्थायी समिति के अध्यक्ष नितिन लांडगे और चार अन्य कर्मचारियों को शिवाजीनगर कोर्ट में पेश किया गया था। पालिका के चारों कर्मचारियों की पुलिस रिमांड अवधि 25 अगस्त तक बढायी गई है।