पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिछले साल पिंपरी चिंचवड मनपा के चार नगरसेवकों की कोरोना से मृत्यू हुई थी। जिससे उनकी सीटें खाली हैं। हालांकि पिंपरी-चिंचवड़ पालिका के आम चुनाव को छह महीने बाकी है और उपचुनाव कराने की संभावना कम हो गई है। हलांकि अधिकारिक घोषणा अभी तक प्रशासन की ओर से नहीं की गई लेकिन संभावना यही जतायी जा रही है कि उपचुनाव अब नहीं कराए जाएंगे।
पालिका वार्ड 1 चिखली-मोरेवस्ती से राकांपा नगरसेवक दत्ता काका साने की 4 जुलाई 2020 को निधन हो गया था, वार्ड संख्या 14 के राकांपा नगरसेवक जावेद शेख का 31 जुलाई 2020 को और वार्ड संख्या 4 के भाजपा नगरसेवक लक्ष्मण उंडे का 26 सितंबर को निधन हो गया। वार्ड नंबर 23 की बीजेपी नगरसेविका अर्चना बारणे का 13 जुलाइ 2021 को निधन हो गया। पालिका अधिनियम में कहा गया है कि नगरसेवक की मृत्यु के छह महीने के भीतर उपचुनाव कराए जाने चाहिए। हालांकि यह फैसला चुनाव आयोग करता है। साने,शेख और उंडे के निधन से खाली हुई तीन सीटों पर पालिका ने उपचुनाव की तैयारी की थी।
राज्य चुनाव आयोग के आदेश के अनुसार पालिका ने 21 मार्च को होने वाले उपचुनाव के लिए अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया था। हालांकि इस दौरान कोरोना की दूसरी लहर जारी थी। इसलिए उपचुनाव स्थगित कर दिया गया। नगरसेवक के निधन से सीट खाली हुए एक साल बीत गया है। कोरोना के कारण उपचुनाव स्थगित कर दिए गए थे। एक उपचुनाव तब होता है जब नगरसेवक,विधायक,संसद सदस्य के इस्तीफे के कारण कोई सीट खाली हो जाती है। चुनाव छह महीने के भीतर होते हैं। लेकिन कोरोना के चलते छह महीने के अंदर चुनाव नहीं हो सका। यदि आम चुनाव छह महीने दूर है तो उपचुनाव नहीं होता है पिंपरी-चिंचवड़ पालिका का अगला आम चुनाव 22 फरवरी को होने की उम्मीद है। उनके मुताबिक चुनाव में महज छह महीने बचे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव की संभावना कम है।