Pimpri पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) कांग्रेस नेता राहुल गांधी,अधिकारियों,राजनेताओं,पत्रकारों और देश के कई अन्य महत्वपूर्ण लोगों का फोन टैपिंग किया गया। फोन टैपिंग करने का आदेश किसने दिया और इसके लिए कौन जिम्मेदार है? इसका खुलासा देश की जनता के सामने होना चाहिए। ऐसी मांग उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने की। दावा किया जाता है कि यह जासूसी पेगासस ऐप के जरिए की गई थी,जिससे पूरे देश में हड़कंप मच गया था। यह मुद्दा संसद लोकसभा सत्र में गूंज उठा है।
पिंपरी चिंचवड़ में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश को इन मामलों को विस्तार से आगे बढ़ाने का अधिकार है। हर किसी की अपनी नीजी जीवन जीने की आजादी होनी चाहिए। यदि कोई व्यक्ति किसी देश की सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न करता है या देशद्रोह का कार्य करता है तो इन बातों को सामने लाना उस देश का अधिकार है। देश में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं जहां नियम-कानून बनाए जाते हैं और उनके आधार पर निर्दोष लोगों को परेशान किया जा रहा है।
सत्ता पक्ष की राय अलग है,जबकि विपक्ष की भूमिका अलग है। बहुत कुछ हो रहा है। अचानक खबर आयी कि इसका मतलब कहीं ना कहीं गडबड है। आज संसद का सत्र चल रहा है। इसके माध्यम से देश के 1.5 अरब लोगों के साथ वास्तव में क्या हुआ है? यह किसके समय में हुआ था? कौन जिम्मेदार है? इसका आदेश किसने दिया? इसका खुलासा होना जरुरी है। अगर हमारे सम्मानियों की व्यक्तिगत जानकारी विदेश जाती है,तो देश और वह व्यक्ति खतरे में हैं। इसलिए विपक्ष को भी इस मामले में राजनीति लाए बिना इसे बेहद गंभीरता से लेना चाहिए।
द वायर सहित 16 मीडिया आउटलेट्स की जांच से पता चला है कि पेगासस जासूसी तकनीक का उपयोग करके निगरानी में गहराई तक चला गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी,सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव,एक अन्य मंत्री,चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर,पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और अन्य को भी पेगासस द्वारा निशाना बनाए जाने की संभावना है। प्रोजेक्ट पेगासस के अनुसार इजरायल की खुफिया एजेंसी एनएसओ की पेगासस तकनीक के आधार पर राजनीतिक नेताओं,मंत्रियों,पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन हैक किए गए हैं। चूंकि पेगासस तकनीक केवल देशों की सरकारों को बेची जा रही है,इसलिए यह भी संदेह है कि भारत में केंद्र सरकार द्वारा इसकी जासूसी की गई है। शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने दावा किया है कि पेगासस ने महाराष्ट्र में कई लोगों के फोन भी हैक किए हैं।