पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे के भारती विश्वविद्यालय में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर के कमरे में स्पाई कैमरा लगाने के आरोप में एमडी डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है। 42 वर्षीय डॉ.सुजीत जगताप को गिरफ्तार कर लिया गया है। चिकित्सा क्षेत्र में काफी खलबली मच गई है। डॉक्टर ने ही महिला डॉ.के बाथरुम,बेडरुम में छुपा कैमरा लगाया था। यह बात अब जांच के बाद स्पष्ठ हो गई है। आरोपी डॉ.सुजीत जगताप को आज कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पता चला है कि डॉक्टर ने अमेज़न से हिडन कैमरा वाला बल्ब मंगवाया था। 31 वर्षीय डॉक्टर महिला स्टाफ क्वार्टर के बेडरूम-बाथरूम में एक छिपा हुआ स्पाई कैमरा मिला था जिसके बाद से पुणे विद्यापीठ के प्रशासन पर उंगलियां उठने लगी थी।
मामले की जांच
मामले की जांच इंस्पेक्टर संगीता यादव कर रही थी। पुलिस पिछले 4 दिनों से सीसीटीवी के साथ-साथ सुरक्षा गार्डों की भी जांच कर रही है। सीसीटीवी में डॉ.जगताप को देखा गया। इसलिए पुलिस ने डॉ.जगताप को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। उस समय उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया था। अदालत ने उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
क्या है पूरा मामला?
घटना 6 जुलाई को सुबह 9.30 बजे से शाम 7.20 बजे के बीच की है। पुलिस के अनुसार वादी भारती विश्वविद्यालय अस्पताल में कार्यरत है और विश्वविद्यालय परिसर के क्वार्टर में रहती है। वह 6 जुलाई की सुबह 8.45 के आसपास घर से निकली थी। फिर वह शाम को घर लौट आई। फिर वह फ्रेश होने के लिए बाथरूम में गई और लाइट बल्ब ऑन कर दिया। लेकिन बल्ब चालू नहीं हुआ। इस बीच उसे संदेह हुआ कि बल्ब कुछ अलग महसूस कर रहा है। उसने एक बिजली मिस्त्री को बुलाया और उसे बल्ब दिखाया। इलेक्ट्रीशियन ने तब कहा कि उस बल्ब में एक हिडन कैमरा था। इसके बाद वादी ने घर की अन्य लाइटों का निरीक्षण किया। पता चला कि इसी तरह का बल्ब बेडरूम में लगा हुआ था। इसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क की।
क्या कहा नीलम गोर्हे ने?
विधान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ.नीलम गोर्हे ने पुणे पुलिस कमिश्नर को आरोपी की तुरंत तलाश करने का निर्देश दिया था। नीलम गोर्हे ने पुणे के पुलिस आयुक्त को एक बयान देकर आरोपियों द्वारा किए गए इसी तरह के अपराधों की संख्या के बारे में जानकारी मांगी। डॉ.नीलम गोर्हे ने यह भी विचार व्यक्त किया था कि पुलिस को जल्द से जल्द मामले की जांच करनी चाहिए ताकि ऐसी सभी महिलाएं सामने आएं और समुदाय की सभी महिलाओं के साथ-साथ वादी महिला डॉक्टरों को न्याय मिले।
सावधान रहें आरोपी को जमानत न दें
यह सुनिश्चित करने के लिए ध्यान रखा जाना चाहिए कि आरोपी को जमानत पर रिहा न किया जाए। ऐसे बदमाशों को कड़ी से कड़ी सजा मिले तो समाज में इस अपराध की पुनरावृत्ति नहीं होगी,इस पर अवश्य ही अंकुश लगेगा। महिलाएं भी सावधानी बरतें,सजग रहें।