Pimpri पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) ठेकेदार काम का भुगतान पाने के लिए बिल्डर के कार्यालय के बाहर बैठ गया। लेकिन, बिल्डर ने भुगतान नहीं किया तो ठेकेदार ने पत्र लिखकर जहरीली दवा खाकर आत्महत्या कर ली। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान ठेकेदार की मौत हो गई। घटना मंगलवार (24) को सुबह 10 बजे से बुधवार (25) सुबह करीब 6.30 बजे तक चिंचवड़ के पाटिल प्लाजा स्थित बिल्डर कार्यालय के बाहर हुई। राजेश जगदीश प्रसाद अग्रवाल, संतोष रामावतार अग्रवाल,राहुल भंडारी,अजीत सुभाष गायकवाड़,अभिजीत गायकवाड़,सचिन किल्लेदार,ललित जैन और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जलगांव निवासी विनोद भाऊराव पाटिल (48) ने निगडी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। आत्महत्या करने वाले ठेकेदार का नाम प्रवीण पंडित पाटिल है। पुलिस के मुताबिक मृतक प्रवीण पाटिल बिल्डर की साइट पर ठेके पर लेबर लगाकर काम किया था। एक करोड से ज्यादा बिल बकाया होने से ठेकेदार मानसिक परेशानी में था। बार बार पैसा मांगने के बाद भी बिल्डर ने नहीं दिया। पूरा पूरा दिन बिल्डर के कार्यालय में बैठकर मानिसक संतुलन खो बैठा और जहर खाकर आत्महत्या कर लिया।
हालांकि,शहर के कुछ बिल्डरों ने काम पूरा होने के बाद भी प्रवीण के काम का भुगतान नहीं किया। उनमें से एक अग्रवाल से उनके काम के लिए बार-बार पैसे मांगे गए। लेकिन प्रवीण को पैसे नहीं मिले। इसलिए प्रवीण ने मंगलवार (24 दिसंबर) से चिंचवड़ स्टेशन स्थित अग्रवाल के कार्यालय के सामने धरना दिया। दिन भर इंतजार करने के बाद भी उन्हें कोई पैसा नहीं मिला। इसलिए बुधवार की सुबह करीब साढ़े छह बजे प्रवीण ने जहरीली दवा पी ली। प्रवीण को चिंचवड़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
आत्महत्या करने से पहले प्रवीण ने एक पत्र लिखा था। इसमें आरोपियों के नाम शामिल हैं। निगडी पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 420,306,506 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों ने साजिश रचकर प्रवीण पाटिल को निर्माण कार्य का भुगतान किए बिना 1 करोड़ 94 लाख 1 हजार 616 रुपये की ठगी की। शिकायत में कहा गया है कि इसने उसे आत्महत्या करने के लिए भी उकसाया। पुलिस उपनिरीक्षक महेंद्र अहेर मामले की जांच कर रहे हैं।