Pimpri पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड के फुगेवाड़ी में एक जर्जर इमारत के मलबे में दबकर 15 साल की बच्ची की सुरक्षित बाहर निकली। तीन घंटे की अथक कोशिश के बाद दमकल विभाग और भोसरी पुलिस ने उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस घटना से जाखों राखें साईंया माफ करें न कोय वाली कहावत सच हो गई है। हादसा कल सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुआ। ऐसे में इस हादसे से जर्जर भवनों का मामला अब सामने आया है।
हादसे से पूर्णिमा मडके तो बच गई,लेकिन गंभीर रूप से घायल बच्ची का नाम बताया जा रहा है। फिलहाल उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस के मुताबिक देवकर की बिल्डिंग,जहां मडके परिवार रहता है,ढह गई थी। वे वहां किराए पर रह रहे थे। भवन का निर्माण 1972 में किया गया था। नतीजतन इमारत जीर्ण-शीर्ण हो गई और मालिक दूसरे स्थान पर चले गए। साथ ही मडके परिवार को दूसरे इलाके में जाने को कहा गया। हालांकि मडके परिवार अपनी दो बेटियों के साथ एक ही जगह रहता था।
इसी बीच आज सुबह करीब मडके परिवार के घर की पहली मंजिल अचानक गिरने लगी। यह देख मां और बच्ची घर से निकल गए। इसलिए पिता काम के सिलसिले में बाहर गए थे। हालांकि बड़ी बेटी पूर्णिमा के बाथरूम में होने के कारण वह वहीं फंस गई और इमारत धीरे-धीरे ढहने लगी। सूचना मिलते ही दमकल विभाग और भोसरी पुलिस मौके पर पहुंची। रणभूमि में बचाव कार्य शुरू कर तीन घंटे के अथक प्रयास के बाद वे पूर्णिमा को सुरक्षित बाहर निकालने में सफल रहे। हालांकि सूत्रों ने कहा कि गंभीर चोटों के कारण वह इस समय गंभीर स्थिति में है।