Pimpri पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) भोसरी एमआईडीसी में भूमि अधिग्रहण मामले ने राकांपा नेता और राज्य के पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ईडी ने लोनावला और जलगांव में खडसे की संपत्तियों को जब्त कर लिया है। ईडी ने एकनाथ खडसे के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 5 करोड़ 73 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की है। पिछले कुछ दिनों से एकनाथ खडसे और उनके परिवार से ईडी पूछताछ कर रही थी। एक मामले में ईडी ने खडसे के दामाद को गिरफ्तार किया था। उसके बाद एकनाथ खडसे के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई की गई है। ईडी के पास से लोनावला और जलगांव में एकनाथ खडसे की 5 करोड़ 73 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। ईडी ने कार्रवाई की थी जबकि एकनाथ खडसे की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच चल रही थी।
ईडी के मुताबिक खडसे और उनके दामाद गिरीश चौधरी ने 2016 में पुणे के भोसरी में एक जमीन खरीदी थी, जब वे राजस्व मंत्री थे। 31 करोड़ रुपये के बाजार मूल्य के साथ गिरीश ने सिर्फ 3 करोड़ रुपये में भूखंड खरीदा। प्लॉट का मालिकाना हक भोसरी एमआयडीसी के पास था। इतनी कम कीमत पर लेनदेन कैसे हुआ? गिरीश द्वारा इसे खरीदने के लिए एकत्र किए गए 3 करोड़ रुपये का स्रोत क्या है? ईडी ने इन मामलों की जांच शुरू की थी।
भोसरी एमआईडीसी में जमीन खरीद मामले ने एकनाथ खडसे की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। खडसे के दामाद से ईडी ने पूछताछ की है और फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। कुछ दिन पहले मंत्रालय से खड़से पर जोटिंग कमेटी की गोपनीय रिपोर्ट गायब होने की खबर से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया था। इस बीच वह रिपोर्ट मिली जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि एकनाथ खडसे ने अपने पद का दुरुपयोग किया था।