Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) औद्योगिक शहर पिंपरी-चिंचवड़ में पिछले कुछ दिनों से बिजली गुल हो रही है। लू की वजह से लगातार बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोग परेशान हैं। ऐसे में उद्योगों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। उद्यमी संघ ने संदेह व्यक्त किया है कि अघोषित लोड शेडिंग छह से आठ घंटे तक जारी रहेगी।
23 मार्च को जब महाट्रांस सब-स्टेशन में खराबी आने से भोसरी और आकुर्डी सहित शहर के 60,000 ग्राहकों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई तो शहर के नागरिकों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। उद्योगपतियों ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि औद्योगिक क्षेत्र में 100 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। पिछले आठ दिनों से चिखली,कुदलवाड़ी और भोसरी औद्योगिक क्षेत्र (एमआईडीसी) में बिजली संकट बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा शहर के विभिन्न हिस्सों में बिजली गुल होने की खबरें लगातार आती रहती हैं। अभी तक आंधी और बारिश के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो रही थी। अब यह सिलसिला गर्मियों में भी शुरू हो गया है।
दिन-ब-दिन लू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। सुबह नौ बजे से तीव्र उमस,गर्मी का अनुभव हो रहा है। छात्र, गृहिणियां,वरिष्ठ नागरिक पीड़ित हैं। ऐसे में छह से आठ घंटे का अघोषित भार नियमन शुरू हो गया है। इसका सबसे ज्यादा असर उद्योगों पर पड़ रहा है। उद्योगों को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। बिजली नहीं रहने से मजदूरों को बैठना पड़ रहा है। या जनरेटर का उपयोग करें। समय पर उत्पाद की डिलीवरी नहीं होने से उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ता है। लघु उद्योग संघ के अध्यक्ष संदीप बेलसारे ने कहा कि ऐसे में यदि भार नियमन लागू होता है तो हम विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरेंगे। इस बीच सोशल मीडिया पर बिजली गुल होने की प्रकृति का मजाक उड़ाया जा रहा है। इस मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार को कटघरे में खडा किया जा रहा है।
जिले के कुछ हिस्सों में बिजली गुल
पुणे सर्कल में पुणे शहर,पिंपरी-चिंचवड़,जिसमें बिजली बिलों की सबसे अधिक वसूली है,को अभी भी बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। बिजली की खपत की तुलना में बिजली बिलों के संग्रह में पहले ए,बी,सी समूह में अधिकांश शहर और अधिकांश जिले शामिल हैं। इस खंड में बिजली आउटेज न्यूनतम है। हालांकि जिले के कुछ हिस्सों में ’जी’ ग्रुप यानी कम रिकवरी और 58 फीसदी से ज्यादा लीकेज में आधे घंटे से एक घंटे तक सर्कुलर तरीके से बिजली काटी जा रही है। एमएसईडीसीएल सूत्रों के मुताबिक मुलशी,मंचर और राजगुरुनगर विभाग के 18 से 19 फीडरों पर दो दिन से बिजली कटौती चल रही है। इन दो दिनों में कहीं भी दो घंटे बिजली गुल नहीं हुई है। इसी तरह दावा किया गया है कि इसमें कृषि पंप शामिल नहीं हैं।