Pcmc पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल महाराष्ट्र के दौरे पर हैं। वह मुख्य रूप से देहू,पुणे और फिर मुंबई में कुछ सरकारी कार्यों का उद्घाटन करने के लिए राज्य के दौरे पर हैं। वह दोपहर में देहू में संत तुकाराम महाराज शिला मंदिर का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वह मुंबई में जलभूषण भवन और राजभवन में क्रांतिकारी दीर्घा का उद्घाटन करेंगे। शाम को वे बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में मुंबई समाचार के द्विशताब्दी उत्सव में भाग लेंगे। यह पुणे और मुंबई का दौरा है। इस दौरे के लिए बीजेपी ने बड़ा पोस्टर कैंपेन किया है। वहीं कई लोगों ने इस दौरे का विरोध किया है। इसका कुछ स्थानीय मुद्दों के संदर्भ में विरोध किया जा रहा है। तर्क भी देखे जा रहे हैं।
इस तरह होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा
कल (14 जून) दोपहर करीब 1:45 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देहू में श्रीसंत तुकाराम महाराज के शिला मंदिर का उद्घाटन करेंगे।
– शाम करीब 4:45 बजे मुंबई में जलभूषण भवन और राजभवन में रिवोल्यूशनरी गैलरी का उद्घाटन करेंगे।
– शाम करीब 6 बजे मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में मुंबई समाचार के द्विशताब्दी उत्सव में हिस्सा लेंगे।
भाजपा कार्यकर्ताओं का विरोध
बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष सचिन कालभोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खुलकर विरोध किया है। संरक्षण क्षेत्र में देहु रोड,देहुगांव, तलवड़े,मोशी,दिघी,बोपखेल,निगडी,चिखली,चर्होली,भोसरी,कसारवाड़ी,पिंपरी प्रभावित क्षेत्र हैं और सत्रह ढलानों पर रेड जोन सील लगाए गए हैं। रेड जोन के मुद्दे पर पिछले कई सालों में कई आंदोलन और रैलियां हुई हैं। हालांकि, इस मुद्दे को अभी तक हल नहीं किया गया है, सचिन कालभोर कहते हैं। उन्होंने कल मांग की थी कि प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे को सुलझाएं।
पोस्टर पर बहस
संत ज्ञानेश्वर महाराज ने वारकरी संप्रदाय की नींव रखी और संत तुकाराम महाराज ने इसकी परिणति की। पिंपरी-चिंचवड़ में बीजेपी ने जानबूझकर मोदी की फोटो पांडुरंगा से बड़ी दिखाकर वारकरी संप्रदाय का अपमान किया है। एनसीपी ने आरोप लगाया है कि वारकरी संप्रदाय में मोदी की बड़ी फोटो दिखाकर वारकरी संप्रदाय का अपमान किया गया है, जबकि वारकरी संप्रदाय में विट्ठल से बड़ा कोई नहीं है। एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष रविकांत वारपे ने बैनर की कुछ तस्वीरें ट्वीट कर बीजेपी पर हमला बोला। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी के राज्य में आने से पहले ही विवाद शुरू हो गया है।