Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड शहर के कर्मठ पुलिस कमिश्नर श्री कृष्ण प्रकाश,पार्श्वगायिका अनुराधा पौडवाल समेत 18 विभूतियों को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के करकमलों द्धारा ‘राष्ट्र गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 75 वीं आजादी का अमृत महोत्सव के पावन बेला पर विश्व मैत्री संघ की ओर से 27 मार्च 2022 दोपहर 2.30 बजे प्रा.रामकृष्ण मोरे सभागृह,चिंचवड में पुरस्कार वितरण होगा। ऐसी जानकारी विश्व मैत्री संघ के मुख्य संयोजक और कार्याध्यक्ष श्री डॉ.लालबाबू गुप्ता ने दी।
पुलिसकर्मियों को फिटनेस का मंत्र देने के लिए पुलिस कमिश्नर खुद सुपर-फिट हो तो क्या बात है। पिंपरी-चिंचवड़ के पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाशजी ऐसी ही एक मिसाल है। कृष्ण प्रकाश जीरो टालरेंस,अपराध मुक्त,भयमुक्त समाज की संकल्पना लेकर इस शहर में आए। आज आपकी संकल्पना धरातल पर दिखाई दे रही है। एक ईमानदार,कर्मठ,निर्भिक पुलिस अफसर है। अच्छे प्रवक्ता,कवि,समाज सुधारक,धर्म के ज्ञाता हैं। पत्रकार भी रह चुके हैं। मैराथन,खेल,साइकिलिंग में कृष्ण प्रकाश को महारत हासिल है।
मूल रूप से झारखंड के हजारीबाग से ताल्लुक रखने वाले कृष्ण प्रकाश महाराष्ट्र कैडर के 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। मुंबई में राज्य पुलिस मुख्यालय में महाराष्ट्र स्टेट स्पेशल इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (एडमिनिस्ट्रेशन) के तौर पर कार्यरत रहे, मोटिवेशनल स्पीकर और क्रिएटिव राइटर के अलावा एक और पहचान है वो है आयरनमैन और अल्ट्रामैन की। आप आईजी रैंक के पहले अधिकारी हैं जिन्होंने आयरन मैन और अल्ट्रामैन ट्रायथलन को पूरा किया। आप पहले भारतीय हैं जिन्होंने रेस एक्रॉस द वेस्ट साइकिल रेस को पूरा किया। आयरनमैन ट्रायथलॉन प्रतियोगिता में आयरनमैन का खिताब पाने वाले वह एकमात्र पुलिस अधिकारी हैं। खुद को पीपल्स ऑफिसर कहलाना पसंद करने वाले कृष्ण प्रकाश का नाम ’वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन’ में दर्ज है।
….एक बार चलने का हौसला तो रखो,मुसाफिरों का तो रास्ते भी इंतजार करते हैं… बचपन से समाज के लिए कुछ करने का जुनून रहा। जिद.लगन,साहस को कृष्ण प्रकाश ने हथियार बनाया। वैसे तो हमारे पुलिस कमिश्नर हसमुख,मिलनसार स्वभाव के धनी है लेकिन अन्याय,भ्रष्टाचार,झूठ उनको बर्दास्त नहीं।
बचपन में एक ऐसी घटना घटी जिसमें फर्जी मामले में फंसाया गया। इस घटना से काफी गुस्से में दिखे,लेकिन पिता ने उपदेश दिया कि गुस्से का साकारात्मक उपयोग करो, पिता के उपदेशों पर चलें। यूपीएससी की मौखिक परीक्षा में एक सवाल के जवाब में पुलिस कमिश्नर ने कहा कि….अगर आप सचे हो तो सत्य के मार्ग पर जाना चाहिए,आपकी आवाज में सच्चाई है तो चुप मत बैठो…मुझे योग्यता से अधिक और योग्यता से कम अंक नहीं मिलना चाहिए… कृष्ण प्रकाश के इसी दूरगामी विचार भावी युवा पीढी के लिए प्रेरणादायी है। आज भारत को कृष्ण प्रकाश जैसे अनेक आयपीएस अफसर की जरुरत है।
पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश की समाजसेवा भाव,कर्तव्यनिष्ठा,ईमानदारी,समाज,देश के प्रति समर्पण भावना से प्रभावित होकर विश्व मैत्री संघ ‘कर्तव्य निष्ठा’ राष्ट्र गौरव पुरस्कार के लिए नाम चयनित किया। ऐसा डॉ.लालबाबू गुप्ता ने हमारे संवाददाता को बताया।
सत्कार मूर्तियों के नाम इस प्रकार है:
श्रीपाद नाई(केंद्रीय राज्यमंत्री,पतन,पोत,पर्यटन) 1008 महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्तवी(इंदौर,वृंदावन) भिकू इदाते(चेयरमैन-भटकी जातिय जमातिय कल्यणा बोर्ड भारत सरकार) विजय भटकर(भारतीय संगणक वैज्ञानिक) एल.निशिकांत सिंह(पूर्व लेफ्टनंट जनरल,मणिपुर)अनुराधा पौडवाल(पार्श्व गायिका) नितीन मोरे(स्वामी समर्थ केंद्र,त्रयंबकेश्वर) कृष्ण प्रकाश(पुलिस कमिश्नर,पिं.चिं.शहर) वैभव डांगे(इन्फ्रास्ट्रक्चर एक्सपर्ट) राजेश पांडे(पुणे युनिवर्सिटी) हर्षवर्धन सपकाल(पूर्व विधायक)विजय चौधरी(सहायक पुलिस आयुक्त,पुणे) रामदास चव्हाणके(डायरेक्टर-सुदर्शन न्यूज चैनल) ओमप्रकाश रांका(गोसेवक,उद्योजक) डॉ.प्रमोद लोहार) डॉ.मनिष गवई(समाजसेवा एवं युवा मार्गदर्शक) अजित ओझा(समाजसेवक,उद्योजक) राजेश बडगुजर(संस्थापक अध्यक्ष-वाल्मिकी समाज संस्था) का नाम राष्ट्र गौरव पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। सभी का गौरव महामहिम राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के करकमलों द्धारा होने जा रहा है।