Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड़ मनपा देहूरोड पर मिलिट्री की जमींन पर 1 लाख पेड़ लगाएगा। दो साल तक इसके रखरखाव का काम महाराष्ट्र राज्य वन विकास निगम को सौंपा जाएगा। इस पर 7 करोड़ 68 लाख 11 हजार खर्च होने का अनुमान है।
नगर पालिका 11 पैसे प्रति पौधा 768 रुपए खर्च करेगी। इसी तरह नगर पालिका ने इससे पूर्वी शहर में कई जगह पेड़ लगाए हैं। वन विकास निगम 2015 से शहरी क्षेत्रों में हरित शहर योजना लागू कर रहा है। इसके तहत 1 लाख पेड़ लगाए जाएंगे। उद्यान विभाग के प्रस्ताव को आयुक्त राजेश पाटिल ने गुरुवार (23 तारीख) को हुई बैठक में मंजूरी दी।
बैठक में करीब 44.87 करोड़ मंजूर किए गए। पालिका की ज्ञानज्योति सावित्रीबाई फुले उद्यान,दुर्गा देवी उद्यान,भोसरी सहल केंद्र उद्यान एवं अंकुशराव लांडगे नाट्यगृह उद्यान, वीर सावरकर उद्यान (गणेश तालाब) उद्यान को अनुरक्षण एवं संरक्षण के लिए अनुबंध के आधार पर दिया जाएगा। लागत 4 करोड़ 87 लाख है। भोसरी प्राधिकरण सेक्टर संख्या 7, 10 और केंद्रीय सुविधा केंद्र में वर्षा जल प्रबंधन नाला सौंदर्यीकरण और नाला नहरीकरण कार्य के रखरखाव के लिए 1 करोड़ 22 लाख कार्य को भूमकर चौक से शाह स्थानांतरित करने सहित अन्य कार्यों को मंजूरी दी।
’एच’ क्षेत्रिय कार्यालय क्षेत्र में ड्रेनेज लाइन की यांत्रिक सफाई और चोक-अप काम किया जाएगा। इस कार्य की लागत 1 करोड़ 31 लाख है। निजी वार्ता समिति द्वारा स्वीकृत विकास योजना में सड़क से प्रभावित क्षेत्र का भुगतान एवं संबंधित सम्पत्ति के मालिक को निजी वार्ता के माध्यम से आरक्षण की स्वीकृति प्रदान की गयी।
वायसीएम अस्पताल में केंद्रीय कीटाणुशोधन केंद्र (सीएसएसडी) को अद्यतन और पुनर्निर्मित किया जाएगा। इस पर 17 करोड़ 58 लाख रुपये खर्च होंगे। इस खर्च को प्रशासक राजेश पाटिल ने मंजूरी दी थी। ठाणे मनपा की सीडी देशमुख प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान की तर्ज पर पालिका द्वारा गांधीनगर,पिंपरी में ज्ञानज्योति सावित्रीबाई फुले स्मारक में केंद्रीय लोक सेवा आयोग और अन्य संबद्ध परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों के लिए एक प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान शुरू किया जा रहा है। इस संस्था का नाम ’सावित्रीबाई फुले अकाडमी’ रखा जाएगा।
निजी संस्थानों को दिए जाएंगे सात स्वीमिंग पूल
पालिका के पास कुल 14 सार्वजनिक स्वीमिंग पूल हैं। इनमें से सात सार्वजनिक स्वीमिंग पूल कसारवाड़ी,पिंपरी गांव,यमुनानगर,नेहरू नगर,निगडी,पिंपले गुरव और वडमुखवाड़ी निजी संस्थाओं को पीपीपी आधार पर चलाने के लिए दिए जाएंगे। तालाब की बढ़ती लागत को कम करने के लिए नगर पालिका ने यह कदम उठाया है।