PIMPRI (व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पुत्र पार्थ पवार का पिंपरी चिंचवड मनपा में कल अचानक आगमन हुआ। आयुक्त राजेश पाटिल से गुप्तगु किया। उनका दौरा गुप्त था। राष्ट्रवादी कांग्रेस के स्थानीय नेताओं,पदाधिकारियों को कानों कान भनक नहीं लगी। पार्थ पवार के गुप्त दौरा के क्या है मायने? इस पर चर्चाओं का बाजार गर्म है। किसी का मानना है कि आगामी पालिका चुनाव को लेकर वॉर्ड रचना से संबंधित चर्चाएं हुई तो किसी का मानना है टेंडरिंग से संबंधित कुछ बातें थी। लेकिन यह सब फिलहाल अपुष्ठ खबरें हवा में छनकर आ रही है।
पालिका सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि आयुक्त को कोविड टीका से संबंधित चर्चा करने आए थे। शहर के सभी 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को वैक्सीन टीका लगाने के लिए मांग की है। साथ ही आयुक्त ने जिस तरफ कोरोना महामारी को कंट्रोल करने में अपनी कुशलता का परिचय दिया उसके लिए पार्थ पवार विशेष रुप से आयुक्त की पीठ थपथपाने आए थे। कोरोना की तीसरी लहर के बारे में तैयारियों का जायजा लेने आए थे। अगले सप्ताह पार्थ पवार शहर के सारे अस्पतालों का दौरा करेंगे।
पालिका भवन में पार्थ पवार अकेले आयुक्त के कार्यालय में मुलाकात की। उनके साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस का कोई भी नगरसेवक,पदाधिकारी नहीं था। आपको बताते चलें कि वर्तमान में पार्थ पवार विधायक,सांसद,एमएलसी कुछ भी नहीं है। केवल अजित पवार के पुत्र के रुप में उनकी पहचान है। लेकिन आने वाले पालिका चुनाव की कमान संभालने की जवाबदारी मिली हो। केवल शहर के युवाओं को वैक्सीन टीका लगाने की मांग और आयुक्त की पीठ थपथपाने के लिए आए होंगे यह बात कुछ हजम नहीं हो रही है। अचानक युवा प्रेम जागा यह भी पचाना मुश्किल है। अगर ऐसा था तो अपने स्थानीय नेताओं,पदाधिकारियों को साथ क्यों नहीं ले गए? दौरा बेहद गुप्त क्यों रखा गया? दाल में कुछ काला है या पूरी दाल काली है यह तो आने वाला वक्त बताएगा। तब तक के लिए हम सबको इंतजार करना होगा।