Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड़ से शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के गुट के हैं या एकनाथ शिंदे के गुट के? ऐसा सवाल खड़ा हो गया है। राज्य में जहां शिवसेना में फूट पड़ी, वहीं उद्घाटन कार्यक्रम में सांसद बारणे शामिल हुए। इसलिए इस बात पर बहस हो रही है कि सांसद श्रीरंग बारणे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के समूह में होंगे या एकनाथ शिंदे के समूह में।
सांसद बारणे एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी में नहीं हैं, वह इस समय पिंपरी चिंचवाड़ में हैं। इसलिए यह निष्कर्ष निकाला जा रहा है कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ हैं। लेकिन ऐसी विकट स्थिति में एक उद्घाटन समारोह में सांसद बारणे शामिल हुए। तो आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है। उद्घाटन कार्यक्रम की खबर फैलाने के लिए सांसद बारर्णेे ने मेल द्वारा प्रेस नोट भी भेजा है। चिंचवड़ रेलवे स्टेशन पर मोरया गोसावी और चाफेकर बंधुओं के स्मारक की सूचना देने वाला एक नोटिस बोर्ड लगाया गया है। इसका अनावरण आज सांसद बारणे ने किया। उन्होंने यह भी घोषणा की कि चिंचवड़ स्टेशन पर चाफेकर बंधुओं की तैलचित्र प्रदर्शित की जाएगी।
20 जून को विधानपरिषद चुनाव हुए थे। शिवसेना के सचिन अहीर और अमाश्या पाडवी जीते। लेकिन महाविकास गठबंधन में राकांपा और कांग्रेस को इस जीत का जश्न मनाने का मौका नहीं मिला। क्योंकि विधान परिषद के चुनाव परिणाम वाले दिन शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने बगावत कर दी थी। रातों रात वह समर्थक विधायकों के साथ सूरत के एक होटल में पहुंचे। अब, सूत्र जानते हैं कि शिवसेना से 40 विधायक अलग हो गए हैं। एकनाथ शिंदे इस समय गुवाहाटी के एक होटल में ठहरे हुए हैं।
राजनीतिक उथल-पुथल के समय राज्य में चर्चाएं, बैठकें और बैठकें शुरू हो गई हैं। बागी विधायकों को वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में चूंकि उद्घाटन समारोह में शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे मौजूद थे, वह मुख्यमंत्री के समूह में होंगे और शिंदे के समूह में चर्चा शुरू हो गई है।