Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। पिंपरी चिंचवड़ शहर देश में ही नहीं दुनिया में नंबर वन होगा अगर आप सरकारी कर्मचारी के तौर पर नहीं बल्कि अपने सौंपे गए काम को अपना समझकर करते हैं। पिंपरी चिंचवड़ मनपा स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 पूर्व तैयारी कार्यशाला का आयोजन 7 तारीख की शाम को चिंचवड के ऑटो कलस्टर में किया गया। वह नोडल अधिकारियों,फील्ड अधिकारियों,स्वास्थ्य निरीक्षकों और सफाई कर्मियों का मार्गदर्शन करते हुए आयुक्त राजेश पाटिल बोल रहे थे। अपर आयुक्त विकास ढकने,जितेंद्र वाघ,मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अनिल रॉय,उपायुक्त संदीप खोत,एसोसिएट सिटी इंजीनियर संजय कुलकर्णी,सहायक आयुक्त विनोद झलक,क्षेत्रीय अधिकारी शीतल वाकड़े,अभिजीत हराले,अन्ना बोदडे आदि अधिकारी उपस्थित थे।
मनपा के हर कर्मचारी को शहर पर गर्व होना चाहिए। सभी को योजना बनानी चाहिए कि शहर पहले कैसे सुंदर कैसे बने। शहर में पिछले चार महीने से चल रही सफाई अभियान कारगर साबित हो रहा है। यह देखा गया है कि 90% कचरे को वार्डों में अलग किया जा रहा है और नागरिकों में बदलाव की भावना पैदा की जा रही है। स्वच्छ सर्वेक्षण के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करके सभी को काम करना शुरू करना चाहिए। एक अच्छे नागरिक के रूप में अपनी पहचान बनाएं।
इस अवसर पर स्वच्छता निरीक्षक,मुकादम एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ-साथ दो महिला कर्मचारियों को स्वच्छ सर्वेक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। अतिरिक्त आयुक्त विकास ढकने ने स्वच्छ सर्वेक्षण की पूर्व तैयारी पर मार्गदर्शन दिया। डॉ.रॉय ने स्वच्छ सर्वेक्षण की प्रकृति को रेखांकित किया। स्वच्छ सर्वेक्षण तीन चरणों में लागू किया जाएगा। इसके लिए 3000 गुणांक दिए जाएंगे। वार्ड में टीम,क्या कचरा ट्रक प्रतिदिन आता है,एकत्रित कचरे को डिपो तक कैसे पहुँचाया जाता है,कर्मचारी वर्दी,घर में खाद,शौचालय की सफाई,जनमत,स्ट्रीट लाइट,पेड़,निर्माण पर हरा साइट केंद्रीय टीम नेट और डिवाइडर की मरम्मत सहित कई मुद्दों पर शहर का निरीक्षण करेगी और पालिका के कर्मचारियों को इन सभी मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। नागरिकों को स्वच्छता के प्रति करें जागरूक। मोशी में पांच एकड़ जमीन की व्यवस्था की गई है। साथ ही हर फील्ड ऑफिस के अंदर जगह उपलब्ध कराई गई है। सभी को सावधान रहना चाहिए कि कहीं भी ईंट पत्थर,कचरा सड़कों पर न दिखें। संबंधित डेवलपर्स को भी सूचित किया जाना चाहिए। पर्यावरण विभाग के संजय कुलकर्णी ने कहा कि नदी नाले में भवन निर्माण के अवशेषों को न फेंका जाए इसका ध्यान रखने की जरुरत है।