Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) क्रांतिसूर्य महात्मा जोतिराव फुले और भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा वंचितों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए किया गया कार्य मार्गदर्शक और प्रेरणादायक है। आधुनिक युग में भी उनके कार्य का प्रभाव दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और महापुरुषों के विचारों के सहयोग से विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करते हुए किसी भी स्थिति से आसानी से निपटा जा सकता है और स्थिति को संभाला जा सकता है, आयुक्त और प्रशासक राजेश पाटिल ने ऐसा मनोगत व्यक्त किया।
पिंपरी-चिंचवड़ मनपा ने क्रांतिसूर्य महात्मा जोतिराव फुले और डॉ.बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती के अवसर पर पांच दिवसीय विचार प्रबोध पर्व का आयोजन किया है। कार्यक्रम का उद्घाटन आयुक्त एवं प्रशासक राजेश पाटिल ने किया,जो इस अवसर पर बोल रहे थे। कार्यपालक अभियंता एवं मुख्य संयोजक संजय भोसले,संयोजक सहायक आयुक्त वामन नेमाने,लेखा अधिकारी प्रदीप बाराठे,विजय कांबले,जनसंपर्क के प्रफुल पुराणिक,पूर्व नगरसेवक संतोष लोंधे,उत्तम हिर्वे अंकुश कंडी,मारुति भापकर,पूर्व नगरसेवक अनुराधा गोरखे,शुभांगी लोंधे,सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता रवींद्र दुधेकर,अनिल सूर्यवंशी,शरद जाधव,श्रमिक नेता गणेश भोसले,तुकाराम गायकवाड़,सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना कुदाले,उत्तम कांबले,धम्मराज साल्वे,विशाल कांबले आदि उपस्थित थे।
आयुक्त पाटिल ने कहा कि महात्मा जोतिराव फुले के साहित्य में सार्वजनिक सत्य,किसान, ब्राह्मणों की शिल्पकला पर व्यक्त विचार आधुनिकता से परे हैं। सावित्रीबाई फुले ने भी विशेष कार्य किया है। उन्होंने अपनी उपलब्धि की छाप छोड़ी है। यदि हम अपने जीवन में इन महापुरुषों के विचारों का पालन करें, तो यह एक सच्चा अभिवादन होगा। उन्होंने समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक,धार्मिक और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपने विचार प्रस्तुत किए हैं।
महात्मा फुले और डॉ.बाबासाहेब अम्बेडकर ने वंचित बहुजन समाज, जमीनी स्तर पर जनता को जगाने और महिलाओं को उनकी सोच में जगह देने का काम किया। इन महापुरुषों के विचार स्थापित विचारों से कहीं अधिक क्रांतिकारी हैं और ये समाज के हर स्तर पर व्याप्त होने के साथ-साथ समाज का मार्गदर्शन और ज्ञानवर्धन भी करते हैं। इन महापुरुषों का साहित्य सबके घर में होना चाहिए, इसका पाठ हमेशा करना चाहिए। यदि हम उनके विचारों का अनुसरण करते हैं, तो हम वास्तव में इन महापुरुषों के अनुयायी बन जाएंगे। आयुक्त पाटिल ने कहा कि इस प्रबोधन पर्व का उद्देश्य महापुरुषों के विचारों और कार्यों को लोगों तक पहुंचाना है और यह सभी की भागीदारी से फलदायी होगा।
प्रबोधन पर्व में भाग लेने वाले कलाकारों को कमिश्नर राजेश पाटिल ने सम्मानित किया। संजय भोसले ने परिचयात्मक भाषण दिया। कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क अधिकारी किरण गायकवाड़ ने किया और विजय कांबले ने दर्शकों का धन्यवाद किया। इससे पूर्व पालिका के मुख्य प्रशासनिक भवन पिंपरी में आयुक्त राजेश पाटिल ने महात्मा जोतिराव फुले की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया, उसके बाद महात्मा जोतिराव फुले व डॉ.कमिश्नर पाटिल ने भी बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनका अभिनंदन किया। समता सैनिक दल की ओर से क्रांतिसूर्य महात्मा फुले को भी सम्मानित किया गया।
प्रबोधन पर्व के पहले दिन पालिका के कर्मचारियों द्वारा भीमज्योति पहाट कार्यक्रम के माध्यम से गणमान्य व्यक्तियों को संगीतमय अभिवादन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। सुबह साढ़े आठ बजे स्थानीय कलाकारों का गायन कार्यक्रम हुआ। उसके बाद सुबह साढ़े दस बजे शेखर गायकवाड़ का गीत गायन कार्यक्रम हुआ। साथ ही दोपहर 12 बजे सुनील गायकवाड़ और उनके साथियों ने प्रबोधन पर गाया। साथ ही दोपहर 1.30 बजे विनोद फुलमाली द्वारा कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।