Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड मनपा में भाजपा की नगरसेविका आशा शेडगे अपनी महिला कार्यकर्ताओं के साथ आयुक्त राजेश पाटिल के कार्यालय में घूसी और उनके नेमप्लेट और कार्यालय में स्याही फेंककर जमकर हंगामा काटा। पुलिस ने नगरसेविका शेडगे समेत सभी महिलाओं को गिरफ्तार किया। इस घटना के निषेध में पालिका कर्मचारी अपने बॉस आयुक्त के समर्थन में काम बंद आंदोलन किया और घटना का निषेध किया।
घटना की जानकारी मिलते ही महापौर माई उषा ढोरे,सत्तारुढ नेता नामदेव ढाके,स्थायी समिति सभापति नितीन लांडगे ने आयुक्त राजेश पाटिल से मुलाकात की और सारी घटनाक्रम की जानकारी ली। नामेव ढाके ने पत्रकार वार्ता में बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत फुगेवाडी आशा शेडगे के वॉर्ड में काम चल रहा है। जिसका निरंतर विरोध नगरसेविका का रहा है। कल पुलिस बंदोस्त में स्मार्ट सिटी का केबल डालने का काम किया गया। पूरे शहर में यह काम चल रहा है। आयुक्त ने नगरसेविका को खुद समझाने का प्रयास किया। मगर बात नहीं बनी। लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है। केवल तरीका सही होना चाहिए। पुलिस हिरासत में ले गई। मनपा में हम लोग नहीं थे। पुलिस क्या कार्रवाई कर रही है। इस पर हमारी बारिक नजर है। लेकिन जो भी घटना घटी निंदनीय है। हम आयएएस अधिकारी को समर्थन नहीं कर रहे। लेकिन आयुक्त सबको मिलने का समय देते हैं यह भी झूठलाया नहीं जा सकता। घटना की जानकारी हम ले रहे है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगरसेविका शेडगे ने स्मार्ट सिटी के सह शहर अभियंता अशोक भालकर से कहा कि कल से गणेशोत्सव शुरु हो रहा है। खुदाई के काम से नागरिकों को आने जाने में परेशानी होगी। लेकिन भालकर ने नगरसेविका के निवेदन को ठूकराते हुए खुदाई काम पुलिस बंदोबस्त में जारी रखा। इसी मुद्दे को लेकर आज आयुक्त से मिलने के लिए गई थी। जब आयुक्त मिलने से इंकार कर दिया तो नगरसेविका और उनकी महिला कार्यकर्ता आयुक्तालय दालन में बैठकर आंदोलन करने लगे। इसके बाद उनका आपा खो गया और आयुक्त के नेमप्लेट पर स्याही डालकर भडास निकाली। आयुक्त ने पुलिस को खबर की और डीसीपी मंचक इप्पर,एसीपी डॉ.सागर कवडे,प्रेरणा कट्टे,पिंपरी पुलिस स्टेशन के थानेदार शंकर अवताडे के नेतृत्व में 20 से 25 की संख्या में पुलिस फोर्स पहुंची। मनपा एक छावणी में बदल गया। नगरसेविका को पुलिस की भनक लगते ही पालिका परिसर से बाहर चली गई। मगर महिला कार्यकर्ता फंस गई। पुलिस ने 6-7 महिलाओं को पुलिस हिरासत में लेकर पुलिस वाहन में बैठाया। फिर शेडगे को फोन करके बुलाया। नगरसेविका शेडगे के आते ही महिला पुलिस ने उसे भी हिरासत में लेकर थाने ले गई।
भाजपा फिलहाल इस घटना और नगरसेविका शेडगे से दूरियां बनाकर चल रही है। भाजपा के पदाधिकारियों का मानना है कि यह उसका व्यक्तिगत मामला है। पार्टी को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।