Pcmc News पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) स्वतंत्रता के अमृत जयंती वर्ष के अवसर पर विभिन्न संगठनों,व्यक्तियों,राजनीतिक दलों आदि की ओर से सोमवार (15 अगस्त) को पिंपरी-चिंचवड़ शहर में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। प्रभात फेरी,रक्तदान शिविर,मानव शृंखला,मेधावी लोगों का अभिनंदन,मेट्रो यात्रा,सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उद्योगनागरी की तस्वीर सचमुच भावप्रवण कर गई। बारिश दिन भर जारी रही। फिर भी शहरवासियों में खासा उत्साह देखा गया।
मनपा के प्रशासक राजेश पाटिल ने नगर मुख्यालय पर ध्वजारोहण किया और पुलिस आयुक्त अंकुश शिंदे ने पुलिस आयुक्तालय में ध्वजारोहण किया। पालिका भवन में फायर ब्रिगेड के साथ-साथ थर्ड पार्टी ग्रीन मार्शल,रिवर मार्शल और सुरक्षा बलों की ओर से सलामी दी गई। फायर ब्रिगेड ने पानी के छींटे के जरिए भारतीय तिरंगे की प्रतिकृति पेश कर दर्शकों का दिल जीत लिया। औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र सहित विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्रों ने सुबह का दौर ’भारत माता की जय, वंदे मातरम’ के नारों से निकाला। मनपा के अधिकारियों,कर्मचारियों और नागरिकों सहित करीब 200 लोगों ने रक्तदान किया। निगडी भक्ति शक्ति उद्यान में देशभक्ति गीतों का कार्यक्रम हुआ। प्राधिकरण के मदनलाल ढींगरा मैदान में स्कूली छात्रों ने मानव श्रृंखला के माध्यम से राष्ट्रीय ध्वज की विभिन्न प्रतिकृतियां भेंट कीं। भोसरी में तिरंगा राउंड का आयोजन किया गया। अभियान ’हर घर तिरंगा’ को पूर्व नगरसेवक नितिन लांडगे,संतोष लोंढे, सोनाली गव्हाणे,भीमताई फुगे ने संयुक्त रूप से लागू किया था। इस दौर में महात्मा फुले विद्यालय के 1200 छात्रों के साथ-साथ ट्रस्टी,शिक्षक,गैर-शिक्षण कर्मचारी और भोसरी क्षेत्र के नागरिकों ने अनायास भाग लिया। इस दौर में छात्रों,शिक्षकों आदि ने भाग लिया। रास्ते में अभिभावकों के साथ-साथ नागरिकों ने भी तिरंगा रैली का स्वागत किया। स्कूली छात्रों के मेट्रो ट्रिप का आयोजन किया गया। शाम को अधिकांश इलाकों में जुलूस निकाला गया।
विधवाओं द्वारा झंडा फहराना
कोरोना काल में एक विधवा महिला के हाथों पिंपरी में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के केंद्रीय कार्यालय पर झंडा फहराया गया। इस मौके पर नगर अध्यक्ष सचिन चिखले,स्टाफ सेना अध्यक्ष रूपेश पाटेकर,राजू सावले,विशाल मानकरी,बाला दानवाले,मयूर चिंचवड़े,अश्विनी बांगर,सीमा बेलापुरकर,अनीता पांचाल आदि मौजूद थे। इस संबंध में रूपेश पाटेकर ने कहा कि कोरोना काल में विधवा महिलाओं की स्थिति बहुत खराब है। उनके द्वारा झंडा फहराया गया ताकि किसी भी महिला के मानवाधिकार से वंचित न हो और उन्हें समाज में सम्मान का स्थान मिले।