Pcmc पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) संत ज्ञानेश्वर माउली और जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज के भव्य पालकी समारोह के साथ पंढरी के मार्ग पर चलकर वैष्णववाद छायादार विट्ठल के दर्शन करने को आतुर है। वर्तमान में संतों के पालकी समारोह के प्रस्थान समारोह में भाग लेने के लिए वारकरियों के कदम आलंदी-देहु शहर की ओर बढ़ रहे हैं।
20 जून को देहू 21 जून को आलंदी से पंढरपुर रवाना
चूंकि दो साल के अंतराल के बाद पहली बार वारी और पालकी समारोह आयोजित किए जाएंगे, इसलिए वारकरियों में इसे लेकर काफी उत्सुकता है। संत तुकोबा की पालकी 20 जून को देहू से रवाना होगी। उसके बाद 21 जून को माउली की पालकी आलंदी से पंढरपुर के लिए रवाना होगी। कोरोना के दो साल के प्रतिबंध के दौरान पालकी पर प्रतिबंध लगा था। लगातार दो साल तक आषाढ़ी एकादशी पर संतों की पालकी को एसटी बस से पंढरपुर ले जाया गया। पादुका के लिए प्रस्थान करने से पहले आलंदी और देहु में एक प्रस्थान समारोह आयोजित किया गया था,लेकिन इसमें वारकरी शामिल थे। हालांकि इस साल लाखों वैष्णवों की विदाई,पालकी समारोह और पदधारी के पदचिन्हों के साक्षी बने रहेंगे।
ताल-मृदंग की गगनभेदी आवाज और हरिभक्ति का अखंड नारा
इस संबंध में मंदिर व प्रशासन की ओर से तैयारी की जा रही है। भागवत धर्म का झंडा अपने कंधों पर और तुलसी वृंदावन को लेकर राज्य के कोने-कोने से चलने वालों का जुलूस अब आलंदी और देहु की ओर चल रहा है। ताल-मृदंग की गगनभेदी आवाज और हरिभक्ति का अखंड नारा भी सुनाई देता है। हजारों वारकरी प्रतिदिन आलंदी और देहू क्षेत्रों में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें वारकरी आसपास के क्षेत्र में रहते हैं। श्रीक्षेत्र की धर्मशालाओं में वारकरी भी एक साथ आने लगे हैं। जिससे क्षेत्र में भक्तिमय वातावरण बनता जा रहा है। प्रशासन ने इंद्रायणी के तटों की सफाई कर घाटों पर वारकरियों के स्नान की व्यवस्था की है।
पालकी में 4000 पुलिस कर्मियों की तैनाती
संत श्री ज्ञानेश्वर माउली और जगद्गुरु श्री तुकाराम महाराज के पालकी समारोह के अवसर पर शहर में चार हजार पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। पुलिस ने पालकी समारोह की सुरक्षा व्यवस्था कर ली है। श्री संत तुकाराम महाराज का पालकी समारोह 20 जून को श्री क्षेत्र देहु से और श्री ज्ञानेश्वर महाराज पालकी समारोह 21 जून को श्री क्षेत्र आलंदी से पंढरपुर के लिए प्रस्थान करेगा। दोनों पालकी 22 जून की शाम पुणे शहर पहुंचेंगी। शहर में 23 जून को पालकी की रस्म होगी और 24 जून को पालकी की रस्म होगी। पालकी समारोह के लिए शहर में चार हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। विशेष शाखा द्वारा व्यवस्था की गई है। पालकी समारोह के दौरान सादे कपड़ों में पुलिस तैनात रहेगी। क्राइम ब्रांच की टीम तैयार रहेगी। राज्य रिजर्व पुलिस और 600 होमगार्ड कर्मियों की एक टुकड़ी होगी।
देहू,आलंदी पालकी मार्ग पर ड्रोन फोटोग्राफी पर रोक
पुलिस ने तुकोबा और माउली पालकी प्रस्थान समारोह के नियोजित मार्ग के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र में ड्रोन या ड्रोन जैसे कैमरों के साथ फोटोग्राफी पर सख्ती से प्रतिबंध लगा दिया है। इसी तरह पालकी मार्ग के दोनों ओर फूल,फल,खिलौने,ठेले और पेडलरों को बैठने की अनुमति नहीं है। पिंपरी के पुलिस आयुक्त अंकुश शिंदे ने इस आदेश का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।