Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) गीले कचरे से बिजली पैदा करने की परियोजना को पिंपरी चिंचवड महासभा द्वारा मंजूरी दिए चार साल हो चुके हैं। हालांकि कचरे से उत्पन्न बिजली अभी शहरवासियों की नियति नहीं है। इसके लिए नवंबर 2022 के नए पल का ऐलान किया जा रहा है। एनसीपी शासन के दौरान कचरे से ऊर्जा परियोजना शुरू करने को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी। इस परियोजना को सत्तारूढ़ भाजपा के शासन के दौरान 20 अप्रैल,2018 को महासभा द्वारा अनुमोदित किया गया था। यह परियोजना डिजाइन,बिल्ड,ऑपरेट एंड ट्रांसपोर्टफ (डीबीओटी) के सिद्धांत पर मोशी वेस्ट डिपो में स्थापित की जा रही है। इस परियोजना का संचालन एंथनी लारा एनविरो और एजी एनविरो द्वारा किया जाएगा।
लगभग 2.7 मिलियन लोगों के शहर में कचरा बढ़ रहा है। प्रशासन के सामने सबसे बड़ी समस्या इसका निस्तारण है।
प्रशासन सहित अधिकारियों ने बार-बार दावा किया है कि अपशिष्ट से ऊर्जा परियोजना प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले 1,100 से 1,200 मीट्रिक टन कचरे के निपटान के लिए उपयोगी है। परियोजना पर काम बड़ी धूमधाम से शुरू किया गया था। इस परियोजना की लागत 208 करोड़ रुपये है और ठेकेदार द्वारा 21 वर्षों तक रखरखाव,मरम्मत और संचालन किया जाएगा। नगर पालिका ने परियोजना के लिए ठेकेदार को 50 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एआरएफ) के पहले चरण का काम शुरू हो गया है।