Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) आईपीएल क्रिकेट मैच पुणे के एमसीए क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे हैं। गुजरात टाइटन और दिल्ली कैपिटल के बीच शनिवार को मैच खेला गया। पिंपरी के कुछ लोग मैच में सट्टा लगा रहे थे। पिंपरी चिंचवड शहर के पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश को इसकी गुप्तचरों से जानकारी मिली। आयुक्त के मार्गदर्शन में पुलिस विभाग के गुंडा विरोधी पथक ने छापा मारकर 27 लाख रुपये नकद और आठ मोबाइल फोन जब्त किए हैं। ऑपरेशन शाम करीब साढ़े सात बजे किया गया। पुलिस आयुक्त खुद घटना स्थल पर पहुंचे।
मामले में तीन लोगों को हथकड़ी लगाई गई है। गिरफ्तार आरोपियों में सनी उर्फ भूपेंद्र चरण सिंह गिल,रिक्की राजेश खेमचंद, सुभाष रामकिशन अग्रवाल हैं और पुलिस सनी सुखेजा की तलाश कर रही है। यह जानकारी मुख्य सहायक पुलिस निरीक्षक हरीश माने,गुंडागर्दी विरोधी दस्ते ने दी है। पुलिस अधिकारी हजरत अली पठान ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस के अनुसार गुंडा विरोधी दस्ते को खबर मिली थी कि पिंपरी में वैभव पैराडाइज बिल्डिंग की पहली मंजिल पर गुजरात टाइटन और दिल्ली कैपिटल के बीच मैच पर सट्टा लगाया जा रहा है। इसी के तहत हरीश माने और उनकी टीम ने वैभव पैराडाइज बिल्डिंग की पहली मंजिल पर छापेमारी कर आरोपियों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया।
पता चला कि वे सभी एक क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे थे। उनके पास से 27 लाख रुपये नकद और आठ मोबाइल फोन बरामद किए गए। शिकायत के मुताबिक सनी चारसिंह ने पुलिस से हाथापाई की और मेरी पहचान उपर तक है तुमको देख लूंगा ऐसी धमकी दी थी।
क्रिकेट मैच पर सट्टेबाजी का धंधा पुराना है। इसका हेडक्वार्टर पिंपरी कैम्प है। गिरफ्तार लोग तालाब की छोटी मछलियां है। मगरमच्छ अभी बाकी है। मगरमच्छ को पकडना आसान नहीं। पिंपरी कैम्प में सट्टेबाजी के खेल में बडे बडे व्यापारी वर्ग शामिल है। पर्दे के पीछे से संचालित करने वाला सबसे बडा खिलाडी है जो हर बार पुलिस की नजरों से बच जाता है। सट्टेबाजों का पहला ठिकाना पिंपरी कैम्प हुआ करता था। अब इनका नेटवर्क वैभवनगरी पिंपरी गांव,कालेवाडी,थेरगांव परिसर में फैलने लगा है। लेकिन नेटवर्क का कंट्रोल पिंपरी कैम्प से ही होता है।