Pcmc पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) पेट्रोल पंपों की मंजूरी के लिए जरूरी सर्टिफिकेट जारी करने के बहाने मंत्रालय के एक कर्मचारी ने एक विधवा से ऑनलाइन रिश्वत ली। सूचना मिलने पर पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने संबंधित कर्मचारी को निलंबित कर दिया। यह आदेश मंगलवार (22 तारीख) को जारी किया गया। निलंबित मंत्रालय के कर्मचारी का नाम महेंद्र नंदले (उम्र 40) है। जानकारी के अनुसार दिघी में सेना से सेवानिवृत्त हुए दिवंगत पार्षद की पत्नी ने अपने ही क्षेत्र में अपने बेटे के नाम पर पेट्रोल पंप के लिए आवेदन किया था। तदनुसार भारत पेट्रोलियम कंपनी ने पेट्रोल पंपों को भी मंजूरी दी। हालांकि इस बीच पता चला कि मौके पर थाने का रिजर्वेशन था। तो महिला ने अपना ठिकाना बदल लिया और दूसरा पेट्रोल पंप दिलाने की मांग की।
भारत पेट्रोलियम कंपनी ने पुलिस से यह कहते हुए प्रमाण पत्र मांगा कि उसे पुरानी साइट पर पंपिंग शुरू करने में कोई आपत्ति नहीं है।शिकायतकर्ता महिला पुलिस आयुक्त के कार्यालय पहुंची। महिला को तत्कालीन मंत्रालय के कर्मचारी परदेशी द्वारा प्रमाण पत्र दिया गया था। हालाँकि इसमें कुछ त्रुटियाँ होने के कारण भारत पेट्रोलियम कंपनी ने उन्हें एक और प्रमाण पत्र लाने के लिए कहा। तदनुसार शिकायतकर्ता की बेटी आयुक्त के कार्यालय में आई और नंदले से मिली,जो वर्तमान में नियुक्ति पर हैं। उस समय नंदले ने प्रमाण पत्र जारी करने के लिए उससे पैसे की मांग की।
प्रमाण पत्र की आवश्यकता होने पर शिकायतकर्ता महिला और उसकी बेटी ने कुल 8500 मांग की, सूचना मिलने पर पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने संबंधित महिला को बुलाया और उससे पूछताछ की। जब उन्हें पता चला कि महिला शिकायत लेकर कमिश्नर के पास गई है तो नंदले ने महिला के फोन पर पैसे वापस भेज दिए। हालांकि कमिश्नर ने विधवा के पैसे से नाराज होकर कर्मचारी को सस्पेंड कर घर का रास्ता दिखाया।