पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) कृषि कानून के विरोध में सोमवार को देश भर भारत बंद रखा गया। ग्रामीण आंचलों में इसका खास असर दिखा। वहीं पिंपरी चिंचवड और पुणे में मिलाजुला असर देखने को मिला। पुणे शहर के कुछ जगहों पर दुकाने बंद रखी गई है लेकिन मुख्य बाजारों में दुकानें खुली नजर आयी। किसानों ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन को और मजबूत करने के लिए सोमवार यानी 27 सितंबर को भारत बंद आह्वान किया है।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में 40 किसान संगठनों ने 27 सितंबर को भारत बंद करने की लोगों से अपील की थी। भारत बंद का आह्वान सुबह 06 बजे से शाम 04 बजे तक किया गया। पुणे और चिंचवड़ शहर में भी कई किसान संघटनाओं ने इस भारत बंद को समर्थन दिया है। जिसके चलते पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहर में केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया गया। लेकिन बाजारों में दुकानदारों ने अपनी दुकानें खुली रखी जिससे भारत बंद का खासा असर नहीं देखने मिला। पिंपरी चौक परिसर में किसान मोर्चा संघठन ने भारी विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में सैकड़ों किसान और कामगार उपस्थित रहे। प्रदर्शन के दौरान भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई और इस आंदोलन के जरिए केंद्र सरकार से किसान विरोधी 3 और मजदूरों के विरोधी 4 कानून रद्द करें और बढ़ती महंगाई,भ्रष्टाचार के खिलाफ अंकुश लगाए ऐसी जोरदार मांग की गई। हम सब एक हैं मोदीजी फेक हैं जैसे नारे लगे।
शहर अध्यक्ष अध्यक्ष संजोग वाघेरे पाटिल,एनसीपी महिला शहर अध्यक्ष वैशाली कलभोर,वरिष्ठ श्रमिक नेता अजीत अभ्यंकर,वरिष्ठ श्रमिक नेता लता भिसे,वरिष्ठ नेता मानव कांबले,पूर्व नगरसेवक मारुति भापकर,अरुण बो-हडे श्रमिक नेता अनिल रोहम,पांडुरंग गाडेकर,दिलीप पवार,पुष्पा शेल्के,संदीपन ज़ोम्बडे,लक्ष्मण रूपनार,नीरज कडू,वसंत पवार,किरण भुजबल,सुनील देसाई,शशिकांत धूमल,अरविंद ज़क्का,उमेश धर्मगुट्टे,हामिद इनामदार,गणेश दराडे,मकरध्वज यादव,नरेंद्र इंक यूनियन,पूना एम्प्लाइज यूनियन (आईटीसी),बैंक एम्प्लाइज फेडरेशन ऑल इंडिया डिफेंस फेडरेशन,प्रोटेक्शन,पोस्ट,बी.एस.एन.एल. केंद्र सरकार (नर्स और अन्य) आंगनवाड़ी,बालवाड़ी,आशा कर्मचारी,पथारी-फेरीवाले,घर कामगार संगठन,विद्यार्थी व युवा संगठन,कतरज दूध उत्पादन संघ,संगठन के कार्यकर्ता बडी संख्या में शामिल हुए।
इस मौके पर वरिष्ठ मजदूर नेता अजीत अभ्यंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी-शाह की सरकार एफडीआई के प्यारे नाम से पूंजीपतियों को रियायतें देकर गरीबों का शोषण करने वाली व्यवस्था स्थापित कर रही है। सरकार भारत में उत्पादित ईंधन और आयातित ईंधन को उसी दर पर लाभ के लिए बेच रही है। बीजेपी प्रवक्ता भी सोशल मीडिया पर झूठ बोल रहे हैं। वे समाचार चैनलों में भी झूठ बोलते हैं। इनके बदमाशी के खेल अब नागरिकों के संज्ञान में आ गए हैं। नरेंद्र मोदी के झूठ वही हैं जो उनके प्रवक्ता झूठ बोलते हैं। वे पूछते हैं कि कांग्रेस के दौरान क्या हुआ था। मोदी सरकार जो बेच रही है,वह कांग्रेस ने खड़ा किया है। भाजपा ने उस देश को बेचने का फैसला किया है जिसे आयत मिला है। अभ्यंकर ने आलोचना की कि यह सरकार पूंजीपतियों की है न कि गरीबों,किसानों और श्रमिकों की।
राकांपा शहर अध्यक्ष संजोग वाघेरे पाटिल ने कहा कि पिंपरी चिंचवाड़ पालिका से लेकर दिल्ली संसद तक भ्रष्टाचार के लिए भाजपा की पहचान है। पिंपरी चिंचवाड़ स्मार्ट सिटी के तहतउन्होंने भ्रष्टाचार के लिए एक नया प्रजनन बनाया है। इस क्षेत्र में बहुत भ्रष्टाचार है। संजोग वाघेरे पाटिल ने कहा कि भविष्य में इसके खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी। इस जन आंदोलन के अवसर पर वरिष्ठ नेता मानव कांबले,पूर्व नगरसेवक मारुति भापकर और विभिन्न ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और केंद्र सरकार की किसान विरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों की आलोचना की। इस आंदोलन में विभिन्न मजदूर नेताओं द्वारा पारित 3 अन्यायपूर्ण किसान विरोधी काले कानूनों को वापस लेंने की मांग की।