Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) रेलवे के पुणे सेक्शन की समस्या सालों से जस की तस बनी हुई है। हालांकि रेलवे इनका समाधान करने का वादा कर रहा है, लेकिन हकीकत में इसका कोई स्थायी समाधान नहीं है। सलाहकार समिति की बैठकों में अभी भी पुणे रेलवे स्टेशन पर लिफ्ट, एस्केलेटर, पीने के पानी जैसी सुविधाओं पर चर्चा हो रही है। यह तस्वीर है कि विश्वस्तरीय सेवा देने की ओर बढ़ने का दावा करने वाली रेलवे से यात्रियों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
रेल प्रशासन ने इन समस्याओं के समाधान का वादा किया है। हालांकि इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसके लिए रेलवे के अधिकारी उच्च कार्यालयों की ओर इशारा करते हैं। अधिकारी निजी तौर पर कहते हैं कि वे उच्च कार्यालय की मंजूरी के बिना काम नहीं कर सकते। लेकिन, इस पूरे असमंजस के बीच यात्रियों में खलबली मची हुई है। रेलवे की ओर से यात्रियों को विश्वस्तरीय ही नहीं सामान्य सुविधाएं भी मिल रही हैं। बैठक में सदस्यों ने पुणे-फलटन डेमू के विस्तार, पुणे-मुंबई सिंहगढ़ एक्सप्रेस में पिंपरी और चिंचवड़ स्टेशनों के लिए अलग-अलग कोचों के प्रावधान, पुणे-मुंबई इंद्रायणी, प्रगति, कोल्हापुर-मुंबई महालक्ष्मी के चिंचवड स्टेशन पर स्टॉपेज, विभिन्न के विकास पर चर्चा की यात्री सुविधाएं। ये मांगें भी पिछले कुछ समय से हो रही हैं। बैठक में भी यही दोहराया गया।
पुणे मंडल की मंडल रेल सलाहकार समिति की तीसरी बैठक मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने पुणे स्टेशन पर रुके हुए लिफ्ट प्रस्ताव, एस्केलेटर और वाटर वेंडिंग मशीनों के बार-बार खराब होने, बंद या खराब सीसीटीवी और पार्किंग की समस्याओं के बारे में पढ़ा। दरअसल, यह समस्या कई सालों से है और इसे रेलवे द्वारा अस्थाई रूप से कवर किया जा रहा है। स्थाई उपाय नहीं होने के कारण रेल प्रशासन यात्रियों को ये मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में विफल रहा है।
इस बैठक की अध्यक्षता मंडल रेल प्रबंधक इंदु दुबे ने की. वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक डॉ. मिलिंद हिरवे ने किया। बैठक में सदस्य निखिल काची, अजीत चौगुले, विनीत पाटिल, शेषमल ओसवाल, बशीर सुतार, श्रीनिवास शर्मा, तानाजी कराले, अप्पासाहेब शिंदे, किशोर भोरावत, दिलीप बटवाल, शिवनाथ बियानी सहित कई शाखा अधिकारी व मंडल वाणिज्य प्रबंधक डॉ. रामदास भिसे आदि मौजूद रहे। ट्रेनों के सुरक्षित और समय पर चलने, रेलवे ट्रैक के उचित रखरखाव, सिग्नल सिस्टम को मजबूत करने आदि के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। पुणे रेल प्रशासन यात्रियों को सर्वोत्तम सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
-इंदु दुबे, मंडल रेल प्रबंधक
कुछ मुद्दे लंबित हैं। पिछले अधिकारियों के उदासीन होने के कारण हल नहीं हो सका। वर्तमान अधिकारी समस्या को हल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इससे पहले सलाहकार समिति की चार में से दो-तीन बैठकें एक साल में होती थीं। अब लगातार बैठकें हो रही हैं।