Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुरानी पेंशन की मांग को लेकर राज्य सरकार के कर्मचारी आज से हड़ताल पर चले गए हैं। नतीजतन,कलेक्टर कार्यालय, विधान भवन,केंद्र सरकार भवन,नवीन प्रशासनिक भवन में सरकारी कार्यालय खाली हो गए,कामकाज ठप हो गया।
शैक्षिक के साथ-साथ अन्य कार्य के लिए आवश्यक प्रमाण पत्र,भूमि या अन्य दस्तावेज,साथ ही जाति प्रमाण पत्र, जयंती-त्योहार अवधि के दौरान आवश्यक लाइसेंस, साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेजों को पूरा करने के लिए, आधार प्रमाणीकरण, केवाईसी अपडेट आदि यह काम करता है। हड़ताल के कारण ये काम ठप पड़े हैं। इस बीच पिछले साल अप्रैल माह में भी राज्य भर के राजस्व कर्मचारी संघ ने लंबित मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया था।
आरटीओ का संचालन ठप; वृद्धा पेंशन की मांग को लेकर प्रदर्शन
हड़ताल के चलते पिंपरी, बारामती, सोलापुर, अकलुज सहित पुणे विभाग के पुणे मुख्यालय के आरटीओ कार्यालयों में कामकाज बंद रहा। पुरानी पेंशन की मांग को लेकर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के पुणे मंडल ने मंगलवार को हड़ताल की। इसके चलते पुणे विभाग में पुणे प्रधान कार्यालय सहित पिंपरी, बारामती, सोलापुर, अकलुज के आरटीओ कार्यालयों का कामकाज हड़ताल के कारण बंद रहा। पुणे मुख्यालय के बाहर कर्मचारी संघ की ओर से गांधी टोपी पहनकर धरना दिया गया। इस दौरान डोर मीटिंग का आयोजन किया गया। इस विरोध प्रदर्शन में करीब 80 कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर महाराष्ट्र राज्य आरटीओ कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष जगदीश कांडे, जिला केंद्रीय कर्मचारी संघ महेश घुले, आरटीओ कर्मचारी संघ के मंडल सचिव प्रशांत पवार सहित समस्त कर्मचारी उपस्थित थे। इस हड़ताल में पुणे मंडल के कुल दो सौ कर्मचारियों ने भाग लिया। पुणे विभाग में पुणे के साथ पिंपरी,बारामती,सोलापुर,अकलुज के कार्यालय बंद होने के कारण सभी काम ठप पड़े हैं। इससे आम नागरिक काफी प्रभावित हुए।
पिंपरी पालिका कर्मचारियों की हडताल से जनहिताय कामकाज ठप
पुरानी पेंशन योजना सहित विभिन्न मांगों को लेकर सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं और पिंपरी-चिंचवड पालिका के करीब तीन हजार 152 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। नतीजतन पालिका का काम ठप हो गया है। अपर आयुक्तों को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपने वाहन से पालिका आना पड़ा।
पिंपरी-चिंचवड नगर कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष शशिकांत झिंजुर्डे के नेतृत्व में तमाम कर्मचारी पालिका के मुख्य द्वार के सामने जमा हो गए हैं। एक मिशन पुरानी पेंशन, ऐसी टोपी कर्मचारियों द्वारा पहनी जाती है। तीन हजार 152 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। चालक भी हड़ताल में शामिल रहे। इसलिए अपर आयुक्तों को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निजी वाहन से पालिका आना पड़ा। पालिका का पूरा कामकाज ठप हो गया है।
12वीं की परीक्षा सुचारू रूप से जारी, हड़ताल का असर नहीं
जूनियर कॉलेज टीचर्स फेडरेशन की सहयोगी भूमिका से राज्य में 12वीं की परीक्षा सुचारू रूप से शुरू हो गई है। सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल का इस परीक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा है। हालांकि 10वीं और 12वीं की परीक्षा चल रही थी, ऐसे में इस बात का अंदेशा था कि हड़ताल का असर परीक्षा पर नहीं पड़ेगा। महाराष्ट्र स्टेट जूनियर कॉलेज टीचर्स फेडरेशन की कार्यकारी समिति ने छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए 12वीं की परीक्षा कराने में सहयोग करने का निर्णय लिया है। स्थिति स्पष्ट करते हुए कि वे 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं, 11वीं की परीक्षा, मूल्यांकन, शिक्षण की परीक्षा नहीं कराएंगे, पूर्ति के लिए राज्य सरकार के अर्धसरकारी कर्मचारियों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण समन्वय समिति की हड़ताल में भाग लेने का निर्णय लिया। पुरानी पेंशन योजना व अन्य मांगों को लेकर इसलिए आज की 12वीं की परीक्षा बिना किसी परेशानी के समय पर शुरू हो गई है।