Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) कोयता गिरोह पिछले कुछ दिनों से पुणे शहर क्षेत्र में काफी आतंक मचा रहा है। पुणे शहर के कुछ हिस्सों में वाहनों में तोड़फोड़, घरों पर हमला, लोगों को जबरन लूटने जैसी कई घटनाएं सामने आयी हैं। पुणे सिटी पुलिस ने विभिन्न थानों में मामला दर्ज किया है। कुछ जगहों पर पुलिस ने संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। कुछ को सबक सिखाने का काम दिया गया है। हालांकि, जैसे-जैसे कोयता गैंग फल-फूल रहा है, पुणे पुलिस भी आक्रामक हो गई है।
कोयता की खरीद-फरोख्त के नियम पुणे शहर में कोयता गैंग चर्चा का विषय बना हुआ है। बैकपैकर्स के साथ-साथ गैंगस्टरों के बीच हाथ में कोयता लेकर एक तरह का जुनून घूमने लगा है। देखने में आ रहा है कि विभिन्न अपराधों में कोयता का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता रहा है। इसलिए कोयता के क्रय-विक्रय के लिए नियम लागू किया गया है। कोयता खरीदते समय आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। दुकानदार को इसका रिकॉर्ड रखना होगा।
संबंधित व्यक्ति का आधार कार्ड लेने के बाद पुणे पुलिस के पास ऐसा नियंत्रण होगा। कोयता खरीदने के बाद पहले उसकी तलाशी व जांच करेगा। क्या है कोयता खरीदने की वजह? संदेह होने पर पुलिस सीधे कार्रवाई करेगी। क्या सच में रुकेगी चोरी? दरअसल यह फैसला सिर्फ पुणे शहर के लिए लिया गया है। ऐसे में कोई आवारा या गैंगस्टर शहर में खरीदारी करने के बजाय कोयता खरीदने के लिए ग्रामीण इलाकों में जा सकेगा। इसलिए, हालांकि शहर में शर्तें निर्धारित की गई है।
गैंगस्टर कोयता का इस्तेमाल क्यों करते हैं? कोयता खरीदने पर कम कीमत में मिल जाता है। कोयता को ले जाना भी आसान है। खरीदने में कोई दिक्कत नहीं है। कोयता हार्डवेयर स्टोर्स पर भी उपलब्ध है। जैसा कि यह कृषि में उपयोग किया जाता है, इसे कहीं भी खरीदा जा सकता है। इसलिए, कोयता का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।