Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) मातृ मृत्यु दर और बाल मृत्यु दर को कम करने के लिए प्रसूति वार्ड और सर्जरी विभाग की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के भोसरी अस्पताल के प्रसूति वार्ड और सर्जरी विभाग को केंद्र सरकार के तहत राष्ट्रीय गुणात्मक आश्वासन मानक गुणवत्ता प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ है। आयुक्त एवं प्रशासक शेखर सिंह ने बताया कि पिंपरी-चिंचवड़ ऐसा प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाली राज्य की पहली नगर पालिका बन गई है।
मानकों के अनुसार आवश्यकताओं को पूरा किया-डॉ.पवन सालवे
भोसरी अस्पताल में प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग ने लक्ष्य गतिविधियों के तहत दिए गए दिशा-निर्देशों और मानकों के अनुसार आवश्यकताओं को पूरा किया है। इस खंड में दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता उच्च है। यहां हर मां और नवजात शिशु की देखभाल बेहतरीन तरीके से की जाती है। इसलिए अस्पताल को गुणवत्ता प्रमाण पत्र मिला है। डॉ.पवन सालवे स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी ने ऐस कहा।
महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अधिकारी,कर्मचारी
अतिरिक्त आयुक्त जितेंद्र वाघ के मार्गदर्शन में चिकित्सा विभाग व भोसरी अस्पताल के अधिकारियों व कर्मचारियों ने अहम भूमिका निभाई। स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.साल्वे,महिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वर्षा डांगे,वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ.ऋतुजा लोखंडे,चिकित्सा अधिकारी डॉ.कल्पना गाडलिंगकर,डॉ. चैताली इंगले,डॉ.सुजाता गायकवाड़,डॉ.अर्चना गांधी,डॉ.विकल्प भोई, सहायक मेट्रान वत्सला वाझे,अनुपम वेल्हे शामिल हैं।
थेरगांव अस्पताल में शुरू होगा डायलिसिस सेंटर
थेरगांव अस्पताल में किडनी की बीमारी से पीड़ित जरूरतमंद और गरीब मरीजों के लिए डायलिसिस सेंटर शुरू किया जाएगा। यहां शिशु गहन चिकित्सा इकाई भी शुरू की जाएगी। शहर को एनीमिया मुक्त बनाने में ’मिशन अक्षय’ योजना काफी कारगर साबित हो रही है। ’माता सुरक्षित तो घर सुरक्षित’ अभियान के तहत 18 साल से ऊपर की सभी महिलाओं की जांच की गई। सभी महिलाओं,माताओं,गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी,एक्स-रे,सेवाएं,परामर्श,दवा आदि जैसी मुफ्त सेवाएं प्रदान की गईं।
एक ’लक्ष्य’ गतिविधि क्या है?
हर गर्भवती महिला को सुरक्षित और सुखद प्रसव का अनुभव हो। इसके लिए केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने देश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए ’लक्ष्य’ पहल की शुरुआत की है। सरकारी मेडिकल कॉलेजों,अस्पतालों,जिला अस्पतालों,उप जिला अस्पतालों में प्रसूति वार्ड और प्रसूति शल्य चिकित्सा विभाग में सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार किया जाए। इस पहल का उद्देश्य हर महिला को उच्च गुणवत्ता वाली सेवा प्रदान करना है।