Mumbai News मुंबई (व्हीएसआरएस न्यूज) ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने विधानसभा में राज्य के कैबिनेट मंत्री दादा भूसे पर घोटाले का आरोप लगाया था। दादा भूसे ने सभागार में संजय राउत का ट्वीट पढ़ा। दादा भूसे ने संजय राउत पर बडा हमला बोलते हुए कहा कि वे मातोश्री की भाकरी खाते हैं और चाकरी एनसीपी के शरद पवार की करते हैं। अजीत पवार इस बयान के बाद भड़क गए और दादा भुसे से माफी मांगने की मांग करते हुए कहा कि आप जो चाहें कह सकते हैं लेकिन आपको शरद पवार का जिक्र नहीं करना चाहिए था।
दादा भूसे का बयान था झगड़े की वजह
अगर मैं दोषी पाया जाता हूं, तो मैं मंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक विधायक के रूप में राजनीति से संन्यास ले लूंगा। अगर यह झूठा पाया जाता है तो हमारे ही मतों से चुने गए इस राज्यसभा सदस्य और सामना के संपादक के पद से भी इस्तीफा दे देना चाहिए। मातोश्री की रोटी(भाकरी) खाते हैं और चाकरी शरद पवार की करते हैं, और यह हमें ज्ञान बांटते है। अगर वे 26 तारीख तक माफी नहीं मांगते हैं तो मालेगांव के शिवसैनिक उन्हें उनकी जगह दिखा देंगे,ऐसी चेतावनी दादा भुसे ने दी।
अजित पवार की तीखी प्रतिक्रिया
विपक्ष के नेता अजीत पवार ने दादा भुसे के बयान पर गुस्सा व्यक्त करते हुए कहा कि हर किसी को अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है। लेकिन जब दादा भुसे अपना पक्ष रख रहे थे, तब हमारे राष्ट्रीय नेता शरद पवार का जिक्र करने का कोई कारण नहीं था। शरद पवार 55 साल से सामाजिक सरोकार-राजनीति कर रहे हैं। हम सभी जानते हैं कि नरेंद्र मोदी ने शरद पवार के बारे में क्या कहा है। इस बीच दादाजी भूसे, आपसे ऐसी उम्मीद बिल्कुल नहीं थी। आप अपने शब्द वापस लें। क्षमा माँगे। हम इस विषय को बंद करने के लिए तैयार हैं। नहीं तो हमें वॉकआउट करना होगा, अजित पवार ने चेतावनी दी।
इस बीच इस मामले पर दोनों पक्षों की आक्रामक प्रतिक्रियाओं के बाद विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने घोषणा की, कि अगर दादा भुसे के बयान में कुछ भी गलत है, तो उन्हें आज के कार्यसूची से हटा दिया जाएगा।