Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड के उद्योगनगरी में आज छठ महापूजा की धूम रही। शहर के कुल 17 घाटों में छठपूजा आस्था,अराधना,उपासाना,भक्तिमय वातावरण में मनाया गया। मोशी के इंद्रायणी नदी घाट पर छठपूजा पर्व पर महाकुंभ लगा। काशी से पधारे कृष्ण महाराज की टीम द्धारा की गई काशी गंगा आरती का अद्भूत नजारा देखने के लिए भक्तों का सागर उमड़ पड़ा।
ये मान्यवर रहे उपस्थित
इस अवसर पर विश्व श्रीराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.लालबाबू गुप्ता के विशेष आमंत्रण पर 1008 महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती महाराज,सुदर्शन टीवी के हेड व राष्ट्र निर्माण संगठना के संस्थापक सुरेश चव्हाणके,श्यामजी महाराज,पुणे युनिर्विसिटी के सदस्य राजेश पांडे उपस्थित थे। इस घाट पर कुल 100 छठमाता की बेदी बनायी गई थी। लाईफ गार्ड,एम्बुलेंस,3 नाव,पुलिस सुरक्षा बल की चप्पे चप्पे में तैनाती दिखी। ड्रोन कैमरा से निगरानी रखी गई। आलंदी से वारकरी सेवा फाउंडेशन के अध्यक्ष पांडुरंग शिवाले,सचिव संयत्रम हिवराले,कोषाध्यक्ष बालअवधूत,योगी गणेश आदि मान्यवर उपस्थित थे। इनके साथ मर्दानी लाठी,तलवारबाजी की कलाबाजी का प्रदर्शन हुआ।
प्रमुख मान्यवरों का हिंदू धर्म और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष आवाहन
सभी प्रमुख मान्यवरों ने हिंदू धर्म को आगे ले जाने,मजबुत करने,हिन्दूराष्ट्र निर्माण में एकजुट होकर ताकत दिखाने का आवाहन किया। चव्हाणके ने कहा कि बिहार के लोग अपनी संस्कृति को साथ लेकर चलते हैं चाहे वो देश में हो या विदेश में। पर्यावरण बचाना मतलब मानवता बचाना है। राजेश पांडे ने डॉ.लालबाबू गुप्ता के कार्यों की सराहना की और उनको महाराष्ट्र में शासन-प्रशासन से हर संभव सहयोग दिलाने का भरोसा दिया। प्रणवानंद सरस्वती ने कहा कि छठपूजा में अनुशासन,संयम,समर्पण,शुद्धता का पालन होता है। डॉ.लालबाबू गुप्ता ने कहा कि छठपूजा के पर्व पर प्रधानमंत्री से देश की नदियों की स्वच्छता सप्ताह मनाने की मांग की।
छठपुजा की मान्यताएं,सौभाग्य-आरोग्य का वरदान
प्रत्यक्ष देवता भगवान सूर्य और छठी मैया की विशेष पूजा से जुड़ा यह पावन पर्व बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड समेत देश के अन्य हिस्से में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने से पहले महिलाओं ने आज गंगा स्नान किया।सनातन परंपरा में भगवान सूर्य और छठी माता के लिए रखे जाने वाले व्रत को बड़े नियम और संयम के साथ रखा जाता है। मान्यता है जो व्यक्ति इस व्रत को विधि-विधान से रखता है, उसकी सभी मनोकामना छठी मैया जरूर पूरा करती हैं। छठ व्रत में सौभाग्य और आरोग्य का वरदान देने वाले सूर्यदेव को डूबते और उगते समय विशेष रूप से अर्घ्य देने का विधान है।