Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसदी रद्द होने के बाद महाराष्ट्र से जुडे विवादित बयान दिया। इस बार उन्होंने स्वतंत्रवीर सावरकर की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी तरह वे माफी नहीं मांगेंगे। मैं गांधी हॅूं,सावरकर नहीं। राहुल गांधी के बयान के बाद स्वतंत्रवीर सावरकर प्रेमी बीजेपी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने राहुल गांधी की आलोचना की। लेकिन अब इस विवाद को भडकाने के लिए हिंदू महासंघ के अध्यक्ष आनंद दवे ने विवादित बयान दिया है।दवे ने कहा कि राहुल गांधी के बयान से दूसरा गोडसे पैदा कहीं पैदा न हो जाए ऐसे शब्दों में चेतावनी दी।
राहुल गांधी को टिकट भेजा गया
हिंदू महासंघ ने आज राहुल गांधी को अंडमान का टिकट भेजा। उन्हें एक दिन अंडमान की हिरासत में दिखाओ। सावरकर 8 बाई 9 फीट की काली कोठरी में 11 साल तक रहे। एक ही बर्तन में नाश्ता और भोजन कराया गया। यहाँ तक कि आत्महत्या करने की सोच कर भी उन्होंने महाकाव्य लिखा। वहां बंदियों को शिक्षा दी। वीर सावरकर अंधविश्वासी नेता के रूप में जाने जाते हैं। यदि आप उनके बलिदान को समझना चाहते हैं, तो कम से कम एक दिन उस कोठरी में रहें, उसके लिए हिंदू संघ राहुल गांधी द्वारा अंडमान को टिकट भेज रहा है। आनंद दवे ने कहा कि हम राहुल गांधी को 28 तारीख को दिल्ली से जाने और 30 तारीख को लौटने का टिकट मेल कर रहे हैं.
क्या कहा आनंद दवे ने?
आनंद दवे ने कहा कि अगर राहुल सावरकर के बारे में गलतबयानी करना बंद नहीं करते हैं, तो हम महात्मा गांधी के 100 पापों को सामने रखेंगे, भारत के विभाजन, हिंदुओं के नरसंहार पर किताबें प्रकाशित करेंगे, कुछ किताबें प्रकाशित हुई हैं। अगर राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी का अध्ययन किया होता तो उन्होंने ऐसा बयान नहीं दिया होता। क्योंकि इंदिरा गांधी ने सावरकर फाउंडेशन के लिए 11 हजार का दान दिया था। यह देश एक और गोडसे को बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि हम कह रहे हैं कि गोडसे इसलिए तैयार हुआ क्योंकि गांधी थे। दवे ने कहा कि राजनीतिक दल के लक्ष्यों के लिए किसी को निशाना बनाना सही नहीं है, सावरकर की आलोचना करने से पब्लिसिटी मिलती है, इस वजह से राहुल गांधी बार-बार उनकी आलोचना कर रहे हैं।