Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी पुलिस कमिश्नरेट के गुंडा विरोधी पथक टीम ने दो साल से फरार बिल्डर को दबोच करके सलाखों के पीछे डाल दिया। बिल्डर बिना फ्लैट का कब्जा दिए 35 लोगों से करीब चार करोड़ 14 लाख रुपये ठगा था। दो साल से फरार चल रहे नागपुर के एक बिल्डर को गिरफ्तार किया है। हिंजवड़ी के पास नेरे गांव में बिल्डर और उसके साथियों ने ’द विलेज रेजिडेंसी’ सोसायटी के 35 लोगों से बिना फ्लैट का कब्जा दिए पैसे ले लिए थे। इस मामले के मुख्य आरोपी का नाम प्रतीक ओमप्रकाश अग्रवाल (बाणेर, पुणे) है। अन्य आरोपियों के नाम किरण कुंभारकर और विनय बोरिकर (दोनों हिंजवडी के) हैं।
पुलिस उपायुक्त स्वप्ना गोरे ने इसकी जानकारी दी। नेरेगांव में 2018 में एक सोसायटी ’द विलेज रेजीडेंसी’ की स्थापना की गई। आरोपी धारकों से रकम लेकर फ्लैट का कब्जा दिए बिना फरार हो गए थे। इस मामले में हिंजवड़ी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी। हालांकि आरोपी दो साल से फरार था। पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस को सूचना मिली कि मुख्य आरोपी अग्रवाल रांची में बसने जा रहा है। आरोपी को रेलवे सुरक्षा बल और रेलवे पुलिस की मदद से नागपुर से गिरफ्तार किया गया। गुंडा रोधी दस्ते के प्रमुख हरीश माने, हजरत पठान, प्रवीण तपकीर, विक्रम जगदाले, गंगाराम चव्हाण, विजय गंभीरे, सोपान थोकल, गणेश मेदगे के नेतृत्व में आरोपी को गिरफ्तार किया गया। सुनील चौधरी, मयूर दलवी, नितिन गेंगजे, सुनील कांगुडे, नागेश माली, पोपट हल्गे की टीम ने कार्रवाई की।