Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) सरसंघचालक मोहन भागवत ने अपने पूर्वजों की गलतियों के लिए माफी मांगी, लेकिन मौखिक माफी मांगने से काम नहीं चलेगा,अगर आप सार्वजनिक रूप से मनुस्मृति का दहन करते हैं,तो हम आपके साथ आएंगे, वंचित बहुजन अघाड़ी अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने कहा। पिंपरी में आयोजित धम्म मेले में प्रकाश अंबेडकर बोल रहे थे। भारतीय बौद्ध महासभा की ओर से भारतीय बौद्ध समाज की ओर से पिंपरी के एच ए मैदान में शनिवार (15 तारीख) को एक धम्म सभा का आयोजन किया गया।
अंजलि अंबेडकर, अशोक सोनोन,पिंपरी-चिंचवड़ महासभा के अध्यक्ष डी.वी सुरवसे,रेखा ठाकुर,वंचित बहुजन अघाड़ी की नगर अध्यक्ष,इंजी. देवेंद्र तायडे,महाराष्ट्र प्रदेश के उपाध्यक्ष अनिल जाधव, दिशा पिंकी शेख, भाऊसाहेब डोलास और अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।अम्बेडकर ने कहा कि चतुर्वर्ण व्यवस्था ने देश को गुलाम बना लिया। इसलिए हमारा विवाद धर्म से नहीं,मानवतावादी व्यवस्था से है; लेकिन अब देश में हो रहे दीक्षांतर से मनुस्मृति को मानने वाले वर्ग में तूफान खड़ा हो गया है। बाबासाहेब के दीक्षा के बाद तत्कालीन सरसंघचालक ने कहा था कि हम फिर से मनुस्मृति की स्थिति लाएंगे; लेकिन देश में चल रही धम्म सभाओं को देखकर मौजूदा सरसंघ के नेता डरे हुए हैं। वे अब समानता की भाषा बोल रहे हैं। यह बदलाव 75 साल बाद हुआ है।
उन्होंने मौजूदा राजनीतिक माहौल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था संकट में है। अर्थव्यवस्था का खजाना चोरों के हाथ में आ गया है। रिजर्व बैंक ने आशंका जताई है कि अगले तीस दिनों में अर्थव्यवस्था हिल जाएगी। देश की अर्थव्यवस्था विदेशी पूंजीपतियों के हाथों में जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि देश के ईडी,’एनआईए’ का दुरुपयोग किया जा रहा है; साथ ही, हमें मौजूदा अस्थिर सरकार को सत्ता संभालने देना है।
बीजेपी को छोड़कर दूसरों की मदद के लिए तैयार
मौजूदा हालात में राजनीतिक दलों को हिम्मत दिखाने की जरूरत है। आप कितने लोगों को जेल में डालोगे? पिछले आठ वर्षों में लाखों भारतीयों ने नागरिकता त्याग दी है। इसके बारे में कौन सोचेगा, हमें मौजूदा लड़खड़ाती सरकार को सत्ता संभालने देना होगा। हम बीजेपी के अलावा किसी भी पार्टी की मदद के लिए तैयार हैं। अम्बेडकर ने इस समय कहा था कि जिस पार्टी को हमारी जरूरत है, वह हमसे चर्चा करं।