Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र के पुणे में फ्रॉड का बड़ा मामला सामने आया है। पुणे पुलिस ने एक फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। वह खुद को दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव होने का नाटक करता था और पुणे के बनेर में एक सामाजिक कार्यक्रम में हिस्सा ले रहा था। वह ऐसा क्यों कर रहा था? यह अभी तक साफ नहीं हो सका है। हालांकि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। चतुर्शृंगी पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। फर्जी आईएएस अधिकारी का नाम वासुदेव निवृत्ति तायडे (उम्र 54, फ्लैट नंबर 336, रनवार रोहाउस तलेगांव दाभाडे) है।
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, औंध पुणे बॉर्डरलेस वर्ल्ड फाउंडेशन के कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर को राहत पहुंचाने के लिए एक एंबुलेंस का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के आयोजक वीरेन शाह, सुहास कदम, पीके गुप्ता सहित अन्य ट्रस्टी और सदस्य थे। इस कार्यक्रम में गेस्ट के रूप में आए वासुदेव तायडे ने अपना नाम डॉ. विनय देव बताया। इस दौरान उसने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को झूठी सूचना दी कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव के रूप में कार्यरत हैं और गोपनीय कार्य कर रहे हैं।
घर से हिरासत में लिया गया फ्रॉड
हालांकि दी गई जानकारी संदिग्ध होने के कारण जब संस्था के पदाधिकारियों ने और सवाल पूछे तो उन्हें वासुदेव तायडे पर शक हो गया। उन्होंने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उसके आधार पर पुणे की यूनिट एक के अधिकारियों ने डॉक्टर विनय देव नाम के व्यक्ति को उसके तालेगांव स्थित घर से गिरफ्तार किया। उसके बाद जब उससे गहनता से पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम वासुदेव निवृत्ति तायडे बताया। तायडे के खिलाफ चतुर्शृंगी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 419, 170 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
हाल ही में पुणे में मिला था फर्जी पत्रकार
हाल ही में एक फर्जी पत्रकार ने पुलिस पर कार चढ़ाकर जान से मारने की कोशिश की थी। पुलिस ने फिल्मी अंदाज में आरोपी को गिरफ्तार कर योजना को नाकाम कर दिया। पुलिस ने इस मामले में सोलापुर के महेश सौदागर हनीमे को गिरफ्तार किया। इस मामले में संतोष थोरात ने फरियाद दर्ज कराया। आरोपी ने कुल 3 लाख 80 हजार रुपये नकद और ऑनलाइन फॉर्म में लेकर शिकायतकर्ता को होटल स्वराज, मोहोल जिला सोलापुर बुलाया। उसने पांच करोड़ रुपये की मांग करते हुए शिकायतकर्ता व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी।