Pcmc News पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस कमिश्नरेट के दायरे में आने वाले औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस प्रयासरत है। इसी के तहत पुलिस कमिश्नर विनय कुमार चौबे ने कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। पुलिस आयुक्त ने बैठक में कहा कि जानबूझकर कंपनियों को परेशान करने,रंददारी वसूलने वालों को दंडित किया जाएगा। औद्योगिक क्षेत्र में दहशत फैलाने वालों के विरुद्ध कडी कार्रवाई की जाएगी।
जनवरी माह में पुलिस आयुक्त ने बैठक की थी। उस बैठक के बाद पुलिस द्वारा की गई सख्त कार्रवाई की जानकारी दी गई। बैठक में औद्योगिक क्षेत्र, श्रमिक संघों, मथाडी श्रमिकों की समस्याओं, मथाडी श्रम अधिनियम, चरित्र सत्यापन, यातायात नियोजन एवं क्रियान्वयन, सीसीटीवी कैमरे, कचरा आदि विषयों पर चर्चा की गई।
कबाड़ का सामान खरीदने का दबाव बनाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई
पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय के अधिकार क्षेत्र में चाकन एमआईडीसी सबसे बड़ा एमआईडीसी है। उसके बाद भोसरी,तलेगांव,चिखली इलाके में बड़ी संख्या में उद्योग और कंपनियां हैं। एमआईडीसी में चोरी प्रमुख समस्याओं में से एक है। चोरी और अन्य अपराधों को रोकने के लिए कंपनियों को आसपास के क्षेत्रों में अच्छी गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे लगाने की आवश्यकता है। पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे ने कंपनी प्रबंधन से अपील की कि सड़क पर कैरिज वे को बढ़ाने और यातायात को सुगम बनाने के लिए कंपनी के अंदर श्रमिकों के वाहनों की पार्किंग की सुविधा प्रदान की जाए। जो भी कबाड़ का सामान खरीदने का दबाव बनाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कंपनियों को आगे आकर शिकायत करनी चाहिए। पुलिस आयुक्त ने यह भी आश्वासन दिया है कि शिकायतकर्ताओं के नाम गोपनीय रखे जाएंगे। एमआईडीसी क्षेत्र में मजदूरों की दुर्घटनाएं एक बड़ी समस्या है। इसके लिए कंपनियों को कर्मचारियों को हेलमेट पहनने के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है।
कंपनियों से रंगदारी उगाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियों के प्रतिनिधियों और पुलिस के बीच 19 जनवरी को एक बैठक हुई। इसमें कंपनियों से आग्रह किया गया कि वे बिना डरे पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं। कंपनियों से मिली शिकायतों के अनुसार कंपनियों में रंगदारी मांगने वालों के खिलाफ विभिन्न थानों में अब तक 12 मामले दर्ज किये जा चुके हैं। सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
औद्योगिक शिकायत निवारण प्रकोष्ठ की स्थापना
कंपनी के प्रबंधन अधिकारियों एवं सदस्यों को आश्वासन दिया जाता है कि यदि उन्हें कंपनी से संबंधित कोई समस्या है, प्रधान कर्मचारियों से संबंधित कोई शिकायत है, तो वे निकटतम पुलिस स्टेशन, औद्योगिक शिकायत प्रकोष्ठ (औद्योगिक शिकायत प्रकोष्ठ) या किसी वरिष्ठ अधिकारी से शिकायत करेंगे, तो यह तत्काल संज्ञान लिया जाए और संबंधित रंगदारी मांगने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। औद्योगिक शिकायतों के शीघ्र निवारण के लिए पिंपरी चिंचवड़ आयुक्तालय में जबरन वसूली विरोधी दस्ते के तहत एक औद्योगिक शिकायत निवारण प्रकोष्ठ स्थापित किया गया है। इस सेल में ईमेल (indgrevcell-pcpcmah.gov.in), व्हाट्सएप (9529691966) और डायल 112 के जरिए शिकायत की जा सकती है। तत्काल पुलिस सहायता के लिए वसुली फाटा में एक पुलिस सहायता केंद्र भी स्थापित किया जाएगा।
औद्योगिक क्षेत्र के लिए अलग से वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी
पिंपरी चिंचवड पुलिस अपराध पर अंकुश लगाने और औद्योगिक क्षेत्र में अधिक जनशक्ति प्रदान करके सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए कई उपाय कर रही है। शासन को एक अतिरिक्त पुलिस आयुक्त व दो उप पुलिस आयुक्त का पद सृजित करने का प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव अंतिम चरण में है और औद्योगिक क्षेत्र के लिए एक अलग सर्किल स्थापित किया जाएगा। एचपी चौक की जमीन एमआईडीसी से महालुंगे एमआईडीसी थाना के लिए अधिग्रहित की गई है। उस स्थान पर एक अद्यतन पुलिस स्टेशन स्थापित किया जाएगा।
मजदूरों का पुलिस वेरिफिकेशन जरूरी
पिंपरी-चिंचवड़ शहर के औद्योगिक क्षेत्र में महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में मजदूर आए हैं। उन मजदूरों का पुलिस वेरिफिकेशन जरूरी है। कंपनियों को ठेके देते समय पारदर्शिता रखनी चाहिए। कंपनियों में सुरक्षा गार्डों की नियुक्ति करते समय पुलिस से उनका सत्यापन कराना जरूरी है।