Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) भारत की उत्तरी सीमा पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। वे 1962 के बाद से सीमा से पीछे नहीं हटे हैं। हम उत्तरी सीमा पर चीन के साथ टकराव नहीं चाहते हैं। हालांकि, इसके बावजूद हमारे क्षेत्र की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है और हम इसे पूरा करने में विफल नहीं होंगे, जनरल अनिल चौहान ने संवाददाताओं से बात करते हुए अपनी राय व्यक्त की।
वे मंगलवार को खेत्रपाल मैदान में राष्ट्रीय रक्षा प्रबोधिनी (एनडीए) के 144 वें बैच का दीक्षांत समारोह संपन्न होने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा,हिंद महासागर में चीन की मौजूदगी बढ़ी है और उत्तरी सीमा पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की गतिविधियां बढ़ी हैं। भारत के पड़ोसी देशों में बदलती भू-राजनीतिक स्थिति को देखते हुए सेना दोनों मोर्चों पर लड़ने को तैयार है। हालांकि वह चीन के साथ संघर्ष नहीं चाहता है, लेकिन सेना देश के क्षेत्र की रक्षा के लिए तैयार है।
लड़कियां भी आगे बढ़ रही हैं…
चौहान ने कहा,आज के संचलन समारोह में मैंने कुछ लड़कियों को देखा। उन्हें देखकर वह बहुत खुश हुआ। मैं इन लड़कियों को दिल से बधाई देता हूं कि आज ये पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं। इतिहास में झांसी की रानी ने अंग्रेजों से लोहा लिया था। इसी प्रकार देश के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना कर आप प्रेरित होंगे और देश की रक्षा करेंगे। जब आप स्वयं को भूलकर देश की रक्षा करेंगे तभी आप एक सच्चे सैनिक के रूप में जाने जाएंगे।
मणिपुर में जो हो रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। 2020 में सेना और असम राइफल्स को वहां तैनात किया गया था। उस समय वहां की स्थिति नियंत्रण में थी,जिसके कारण सेना समय के साथ कम होती चली गई। वहां उग्रवाद पर काबू पा लिया गया है। इस बीच, मणिपुर में वर्तमान में जो चल रहा है, उसका उग्रवाद से कोई लेना-देना नहीं है। यह मणिपुर में दो जातियों के बीच का संघर्ष है, जिसने जगह-जगह कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा कर दी है। वहां असम राइफल्स और सेना ने बहुत अच्छा काम किया है। मणिपुर में चुनौतियां अभी खत्म नहीं हुई हैं। लेकिन आने वाले समय में स्थिति सामान्य हो जाएगी।
तीनों सेनाओं के एकीकरण की प्रक्रिया तेज
भारतीय सेना तेजी से बदल रही है। प्रमुख परिवर्तन तीन बलों का एकीकरण है। सेना के ’थेटाराइजेशन’ की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है। चौहान ने पत्रकारों से यह भी कहा कि इसके तहत एकता और एकीकरण दो हिस्से हैं और पूरी प्रक्रिया को लेकर हमारा काम इसी दिशा में चल रहा है।