Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने आलोचना की है कि भाजपा पहले एक पार्टी थी लेकिन अब यह धोबीघाट बन गई है। वह पुणे में बोल रही थीं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनके और हमारे बीच कई वर्षों से वैचारिक मतभेद थे लेकिन रिश्ते में कोई कड़वाहट नहीं थी। बीजेपी में उनके पास असली नेता नहीं हैं लेकिन बाहरी पार्टियों के नेता ज्यादा हैं। भाजपा के कार्यक्रमों में आयाराम गयाराम वाले नेता देखे जाते हैं,पुराने भाजपा के नेता हासिए पर डाले गए है। राष्ट्रवादी पार्टी,शिवसेना और कांग्रेस के कई बड़े नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को धन्यवाद भी दिया है कि पार्टी ने उन्हें एक बड़ा मौका दिया है।
टैगलाइन के साथ शहर बदल रहा है पुणे: सुप्रिया सुले
पुणे शहर बदल रहा है टैगलाइन सही है। पूणे वास्तव में बदल रहा है। हम यह देख रहे हैं। कूड़ा-करकट, बाढ़ की स्थिति, जलजमाव जैसी चीजें जो पहले कभी नहीं होती थीं, अब हो रही हैं। इसलिए हमने टैगलाइन पर गौर किया है कि पुणे शहर अच्छे तरीके से बदल रहा है, लेकिन हम सब बदले हुए पुणे को देख रहे हैं, उन्होंने पुणे में सवालों पर अपनी राय स्पष्ट की है।
पिछले पांच साल से पानी और कचरे की समस्या जस की तस बनी हुई है। पुणे न केवल शिक्षा का केंद्र था बल्कि रहने योग्य शहर भी था। ऐसे हरे और सुरक्षित पुणे में लोगों ने घर खरीदे। लेकिन अब उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने पालिका में पांच साल से सत्ता में रही भाजपा पर आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोगों ने नागरिकों को परेशानी में डालने का पाप किया है।
स्मार्ट सीटी एक असफल पहल
स्मार्ट सीटी एक असफल पहल है। इसमें शहर स्मार्ट तो नहीं हुआ लेकिन कुछ इलाकों को स्मार्ट बनाया जाता है। इसमें स्वच्छता और विभिन्न उपाय शामिल हैं। पुणे में जिस तरह से बिना किसी योजना के कार्य या योजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है। पांच साल में हमने वही परिणाम देखे हैं। पुणे में कार से मुंबई पहुंचना आसान है, लेकिन पुणे शहर में घूमना मुश्किल हो गया है। हम किसी भी विकास कार्य के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन अगर विकास की योजना पर भी विचार किया जाता तो पुणे के लोगों की दुर्दशा कम हो जाती। महंगाई और पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं। कई घंटों तक कार से यात्रा करना मुश्किल है। उन्होंने यह भी कहा कि पुणे के लोगों को पानी, कचरा, ट्रैफिक जाम जैसी तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।