pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) आलंदी और देहू संस्थान के ट्रस्टियों ने मांग की है कि इस साल की आषाढ़ी वारी के लिए कम से कम 100 वारकरियों को पैदल जाने दिया जाए। उन्होंने मंडलायुक्तों के साथ बैठक में यह प्रस्ताव रखा। अब मंडलायुक्त सरकार को प्रस्ताव भेजेंगे। पिछले कई दिनों से वारकरी संप्रदाय आषाढ़ी वारी (पंढरपुर वारी) के लिए अनुमति की मांग कर रहा है। ऐसे में अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या राज्य सरकार पंढरपुर यात्रा को आंशिक तौर पर मंजूरी देगी।
आषाढ़ी वारी पालकी समारोह को लेकर समिति की बैठक विभागीय आयुक्त कार्यालय में विभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में हुई। इस समिति ने वारकरियों के सभी सुझावों को सुना। विभागीय आयुक्त सौरभ राव ने कहा कि समिति की ओर से सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी। इस समय पालखी समारोह को लेकर वारकरी संप्रदाय के गणमान्य व्यक्तियों से चर्चा की गई।
बैठक में विशेष पुलिस महानिरीक्षक मनोज लोहिया,पुलिस आयुक्त कृष्णप्रकाश,पुणे,सतारा और सोलापुर जिलों के जिला कलेक्टरों और तीनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने भाग लिया। वारकरी संप्रदाय में श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज और संत तुकाराम महाराज की आषाढ़ी पालकी पैदल यात्रा का ऐतिहासिक महत्व है। कुछ दिन पहले उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा था कि अगले एक पखवाड़े में राज्य में कोरोना की स्थिति को देखते हुए अंतिम फैसला लिया जाएगा।