पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी के राष्ट्रवादी कांग्रेस विधायक अण्णा बनसोडे के पुत्र सिद्धार्थ बनसोडे समेत 4 साथियों को पिंपरी चिंचवड शहर की निगडी पुलिस ने रत्नागिरी से गिरफ्तार करने में सफल रही। पिछले 15 दिनों से चारों आरोपी फरार थे। पुलिस ने इनकी तलाश में चार पथक गठित की थी। पुलिस को भ्रमित करने और खूब लूकाछूपी का खेल विधायक पुत्र और उसके साथियों ने किया। 40 घंटे की कडी मेहनत के बाद पुलिस को कामयाबी मिली। चारों आरोपियों को 4 दिनों की पुलिस रिमांड मिली है। इस प्रकरण में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। ऐसी जानकारी आज पत्रकार परिषद में पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने दी।
पिछले कई दिनों से आयुक्त पर दबाव,प्रेशर है,ऐसी न्यूज कुछ मीडिया चैनलों में सुर्खियां बनी,अब विधायक पुत्र की गिरफ्तारी के साथ ही इन बिनआधार अटकलों पर पूर्णविराम लग गया है। आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने शहर आयुक्त का पदभार संभालते ही कहा था कि उनके उपर किसी राजनीतिक प्रेशर का कोई असर नहीं पडता,कोई नेता उनके उपर दबाव डाल नहीं सकता,आयुक्त के इस दावे की पुष्टि हो चुकी है। आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने पत्रकार परिषद के दौरान एक बार फिर यही बात को दोहराया कि जब तक वे यहां है वे और उनका पूरा पुलिस महकमा बिना किसी दबाव में काम करता रहेगा। उनका पुराना रिकॉर्ड रहा है कि वे जहां भी पोस्टिंग गए राजनेताओं के दबाव में कोई काम नहीं किया। जितनी कार्रवाई होनी चाहिए थी और जो जो कानून की धाराएं लगनी चाहिए था सब लगायी गई है। विधायक अण्णा बनसोडे पर फायरिंग हुई है इस बात की पुष्ठि हो चुकी है। शहर की जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई कितना भी बडा व्यक्ति हो अगर गलती करेगा,कानून को हा़थ में लेगा तो उस पर निश्चित कार्रवाई की जाएगी। किसी को बक्शा नहीं जाएगा।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम- विधायक बनसोडे पुत्र सिद्धार्थ बनसोडे,सावंतकुमार रमेश सलादल्लु,सतिश रमेश लांडगे,रोहित दुर्गेश पंध्ररी को निगडी पुलिस ने बुधवार के दिन रत्नागिरी के श्रमसाफल्य बंगला,लक्ष्मीनगर कोलंबे से गिरफ्तार किया गया है। इसके पहले पुलिस का पथक पनवेल,उरण में छापा मारा लेकिन वहां खाली हाथ वापस आना पडा। इस मामले में अतिश महादेव जगताप,रोहित उर्फ सोन्या गोरख भोसले,सुलतान कुरेशी,रितिक वाघमारे, शुभम आलसंदे,मोहित धिवार,अनमोल गुंजेकर,साजिद शेख,रोहित कुसालकर को गिरफ्तार किया जा चुका है।
क्या है पूरा प्रकरण- 11 मई को विधायक अण्णा बनसोडे से फोन पर हुई सुपरावाइजर तानाजी पवार की बातचीत हुई्। जिसमें पहले विधायक बनसोडे पवार को धमकी और गाली दे रहे है। थोडी देर बाद बनसोडे का एक कार्यकर्ता फिर दोबारा फोन करके पवार को गालियां और मारने की धमकी दे रहा है। दूसरे दिन 12 मई को तानाजी का अपहरण के बाद जान से मारने का प्रयास किया गया। ऐसा आरोप पवार ने अपनी शिकायत में दर्ज कराया गया। तानाजी पवार का अपहरण कर लिया गया और उन्हें कालभोरनगर में एक कंपनी के कार्यालय में लाया गया। वहां विधायक बनसोडे के बेटे सिद्धार्थ बंसोडे,सावंत कुमार,लांडगे,सोन्या,साजिद,सुल्तान और उनके 10 से 15 साथियों ने पवार को हाथों,लट्ठों,चमड़े की पट्टियों,लोहे की छड़ और लकड़ी के डंडे से मारा। सिद्धार्थ बनसोडे ने पवार के सिर पर लोहे के चॉपर से प्रहार कर जान से मारने की कोशिश की। तानाजी पवार ने पिंपरी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। घटना की शुरुआत निगडी थाना क्षेत्र के अकुर्डी में हुई और मामले को पिंपरी पुलिस से निगडी पुलिस में स्थानांतरित कर दिया गया। पुलिस ने दो दिन में दो और बाद में दो लोगों को गिरफ्तार किया। फिरौती विरोधी दस्ते ने दो और को गिरफ्तार किया,जिससे गिरफ्तार आरोपियों की कुल संख्या छह हो गई् थी। कल बुधवार को सिद्धार्थ बनसोडे समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया।