पुणे(व्हीसआरएस न्यूज) यह पता चला है कि राज्य सरकार ने वेश्याओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने की योजना में आम महिलाओं को पंजीकृत करके गुमराह किया है। इसलिए संबंधित महिला के खाते में पैसा जमा होने के बाद आधे से अधिक का गबन किया गया है। दत्तावाड़ी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में प्रकाश सिद्धेश्वर व्हिटकर (उप तहसीलदार) ने शिकायत दर्ज की है। गौरी गुरुंग,सविता उर्फ करिश्मा लश्करे और कायाकल्प संगठन के कुछ अन्य सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार शासनादेश के तहत वेश्याओं को बिना किसी पहचान पत्र के अनुदान बांटने का आदेश दिया गया है ताकि वे कोरोना काल में भूखे न रहे। इन महिलाओं की सूची तैयार करने का काम कायाकल्प संगठन को सौंपा गया है। आरोपी इस संगठन के पदाधिकारी है। उन्होंने साजिश की और कहा कि गरीब,मेहनती महिलाओं को तीन महीने के लिए संगठन से प्रत्येक को 5,000 रुपये मिलेंगे। इन महिलाओं को वेश्याओं के लिए राज्य सरकार की वित्तीय सहायता योजना में नामांकित किया गया था। पैसा तब राज्य सरकार द्वारा कुछ महिलाओं के खातों में जमा किया गया था। एक महीने के लिए पांच हजार रुपये और तीन महीने के 15 हजार रुपये उसे दिए गए्।
हालांकि आरोपियों ने महिलाओं से 10,000 रुपये लिए और उनका आर्थिक रूप से फायदा उठाया। इसलिए, सरकार द्वारा एक मामला दायर किया गया है। इस बीच पिछले हफ्ते भाजपा शहर के पदाधिकारियों ने शहर में जिला कलेक्टर से मुलाकात की और योजना में घोटाला के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।