Alandi news पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) कोरोना के चलते इस साल सिर्फ 10 पालकियों को पैदल उत्सव यात्रा के लिए बस से जाने की इजाजत दी गई है। पालकी के साथ जाने वाले सभी लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट किया गया। साथ ही सभी को कोरोना के नियमों का पालन करना अनिवार्य है। इसलिए 100 लोगों को देहु-आलंदी की पालकी के साथ जाने की इजाजत दी गई। यह भी सामने आया है कि इस साल भी संत तुकाराम महाराज और संत ज्ञानेश्वर महाराज की पालकी के दौरान कोरोना की काली छाया बरकरार है।
संत ज्ञानेश्वर माऊली की पालकी आज आलंदी से आषाढ़ी वारी के लिए 4.30 बजे रवाना हुई। रथ को फूलों की आकर्षक मालाओं से सजाया गया। कल संत तुकाराम महाराज की पालकी का प्रस्थान देहु से हो चुकी है। परंपरा के अनुसार दूसरे दिन माऊली की पालकी का प्रस्थान हुआ।
आरटीपीसीआर परीक्षण 368 भक्तों के लिए की गई जो प्रस्थान समारोह में उपस्थित थे। इनमें से 37 वारकरी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। गुरुवार को पता चला कि 22 वारकरियों को कोरोना हो गया था। पालकी समारोह के प्रमुख विकास धागे ने कहा कि इसमें अब 15 और लोगों को जोड़ा गया है। आलंदी नगरपरिषद के नगराध्यक्ष भी पॉजिटिव हुए ऐसी खबर आ रही है। 22 वारकरी आलंदी में 12 वारकरी देहु में पॉजिटिव हुए।