पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी कैम्प में हाथरस कांड और यूपी की योगी सरकार,केंद्र की मोदी सरकार के निषेधार्थ भव्य मशाल रैली निकाली गई। इस रैली में सर्वदलीय नेताओं ने हिस्सा लिया। तृत्तीय पंथी की महिलाएं भी अपना समर्थन देने और हाथरस की बेटी को न्याय की मांग के लिए रैली में शामिल हुई। यह पहला मौका है जिसमें तृत्तीय पंथी समाज की महिलाएं हिस्सा ली। सभी प्रमुख प्रवक्ताओं की एक ही मांग थी कि हाथरस की बेटी के दरिंदों को फास्ट ट्रेक कोर्ट में केस चलाकर फांसी की सजा हो। आंदोलनकारियों में वाल्मिकी समाज की महिलाओं की संख्या ज्यादा देखने को मिली। यह मशाल रैली मिलिंदनगर के वाल्मिकी आश्रम से निकलकर डिलक्स चौक के रास्ते शगुन चौक तक पहुंची। शगुन चौक पर रैली महासभा में परिवर्तित हो गई। भारी संख्या में पुलिस अधिकारी कर्मचारी तैनात दिखे।
मशाल रैली का नेतृत्व महाराष्ट्र वाल्मिकी समाज अध्यक्ष मोहन विदलान,अरुण टाक,सचिन साठे शहराध्यक्ष पिं चिं शहर काँग्रेस,नगरसेविका गिताताई मंचरकर,राजू परदेशी अध्यक्ष अखिल बाल्मिकी समाज पिं चिं शहर, पूर्व विधायक विलास लांडे,राकांपा शहर अध्यक्ष संजोग वाघेरे,शिवसेना गुटनेता राहुल कलाटे,राकांपा नगरसेविका नितिका कदम,शिवसेना नगरसेवक सचिन चिखले,पूर्व नगरसेवक धनराज बिर्दा,पूर्व महापौर कविचंद भाट, श्री अक्षय माछरे,सह सचिव,राष्ट्रवादी पक्ष पिं चिं मनपा शहर,मन्नुनाथ कागड़ा-राष्ट्रीय अध्यक्ष, स्वराज निर्माण सेना,राजू परदेशी अध्यक्ष अखिल बाल्मिकी समाज पिं चिं शहर,रवि परदेशी,अक्षय माछरे,राजेश बड़गुजर,दीपक सायसर देहूरोड,राकेश सोलंकी देहूरोड,विजय जाधव खड़की,बॉबी डिक्का,संध्या पारचा,सविता सारवान,क्रिश्चन समाज के सजी वर्की,बाबा कांबले,अनिल पारचा,अजीज शेख,राहुल ढमाले,तृत्तीय पंथी के दलजीत सिंग,किरन खेडगांवकर,गायत्री खेडगांवकर,नरेंद्र बनसोडे,शिवसेना शहर प्रमुख योगेश बाबर,नगरसेवक अनिल गावडे,आरपीआय के बाळासाहेब भागवत,अजीज शेख, बाळासाहेब रोकडे,भीम कोरेगांव समिति अध्यक्षा अनिता सालवे,अजय लोंढे,वंचित बहुजन आघाडी के गुलाब पानपाटील, भाऊसाहेब अडागले,रोहदास वाल्मिकी,संदिपान झोंबाडे,प्रमोद क्षीरसागर,गोपाल मोरे,अजय लोंढे,सतिश ओव्हाल,विजय सौदे, सर्वजीत बनसोडे,मकरध्वज यादव,भारत मिरपगारे,विशाल कसबे,शरद वाघमारे,अनिल चव्हाण,अजय कांबलेे,ईश्वर कांबलेे आदि मान्यवरों ने किया।
अरुण टाक: राष्ट्रवादी कांग्रेस के पूर्व नगरसेवक अरुण टाक ने कहा कि मोदी सरकार बेटी पढाओ,बेटी बचाओ का नारा देती है और काम बिल्कुल उलटा करती है। इनके राज में न बेटी पढ रही और न बेटी बच रही। मोदी सरकार में सबसे ज्यादा दलित समाज की महिलाओं पर अत्याचार हुआ है। जबकि लॉकडाउन के समय सडकों,हॉस्पिटल,सार्वजनिक ठिकानों पर साफ सफाई करते नजर आए। आज इसी समाज पर सरेआम अत्याचार हो रहे और देश की मोदी,यूपी की योगी सरकार मूक बनकर देख रही है। ये योगी नहीं ढोंगी है। योगी और मोदी सरकार में देश की दलित समाज की बेटियां असुरक्षित है,अत्याचार बढा है। देश की जनता देख रही और समझ रही है। हाथरस की बेटी को न्याय मिले और दरिंदों को फांसी हो ऐसी मांग अरुण टाक ने की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर न्याय नहीं मिला तो वाल्मिकी समाज की ओर से महाराष्ट्र और देश बंद करेंगे।
अॅड गौतम चाबुकस्वार: पिंपरी विधानसभा के पूर्व शिवसेना विधायक गौतम चाबुकस्वार ने कहा कि सर्वधर्म,सर्वदल की ओर से हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए मशाल रैली का आयोजन किया गया है। हम सबकी एक ही मांग है कि आरोपियों को फांसी की सजा मिले। साथ ही पीडित परिवार को सुरक्षा मुहैया मिले। सीबीआई बिना दबाव के निष्पक्ष जांच करके आरोपियों को सजा दिलाने में अपनी भूमिका निभाए। पुणे के जिलाधिकारी और पिंपरी चिंचवड शहर के पुलिस आयुक्त को निवेदन पत्र देकर मांग करेंगे कि हमारी मांग और भावनाओं को केंद्र सरकार तक पहुंचाने का काम करें।
राकांपा के संजोग वाघेरे,कांग्रेस अध्यक्ष सचिन साठे,शिवसेना शहर अध्यक्ष योगेश बाबर,मनसे के सचिन चिखले,धनराज बिर्दा,विलास लांडे,तृत्तीय पंथी के दलजीत सिंग,आदि मान्यवरों ने अपने विचार रखे। आंदोलनकारियों में आक्रोश और गुस्सा दिखाई दिया।