PUNE पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और प्रशांत किशोर की मुलाकात इस समय राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। प्रशांत किशोर ने घोषणा की थी कि वह पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद एक राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उसके बाद भी शरद पवार मिलने के लिए प्रशांत किशोर का पहुंचना कई लोगों ने भौंहें चढ़ा ली हैं। विपक्षी समूहों ने 2024 में भाजपा को जबर्दस्त पटकनी देने की तैयारी कर ली है।
इस बीच उपमुख्यमंत्री अजित पवार की प्रतिक्रिया आयी है। शरद पवार और प्रशांत किशोर के बीच मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, प्रशांत किशोर ने कहा है कि मैं किसी चुनाव में हिस्सा नहीं लूंगा। अब उन्हें कुछ पिछला अनुभव होगा,कुछ अलग काम। लेकिन उन्होंने अब राजनीति के दायरे को छोड़ दिया है। इसलिए उस क्षेत्र पर चर्चा करने का कोई कारण नहीं है। शरद पवार से विभिन्न क्षेत्रों के कई लोग मिलने आते हैं। क्या यह 2024 में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यात्रा है? पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर ने खुद कहा कि बंगाल का चुनाव उनका आखिरी है। यह कहकर अजीत पवार ने पूर्ण विराम दिया।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी और जिम्मेदारी पर चर्चा करने के लिए प्रशांत किशोर को बुलाया गया है। पार्टी का चेहरा चमकाने,सरकार की नीतियों को जन जन तक पहुंचाने और भाजपा से लोकसभा की अधिकांश सीटें छीनने के लिए एक व्यूहरचना रची जा रही है। अगर भाजपा की हर राज्यों से लोकसभा की सीटें कम होती है तो केंद्र में मोदी की हैट्रिक बनने से रोकी जा सकती है।