Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) ’कैदियों को एक अच्छे इंसान के रूप में जेल से बाहर निकलने की जरूरत है। इसलिए, जेलों में सुधार की सुविधा होनी चाहिए, ’पुणे जिला मुख्य जिला न्यायाधीश संजय देशमुख ने कहा। दोषियों के पुनर्वास के लिए भोई प्रतिष्ठान और आदर्श मंडल ’प्रेरणा पथ’ शुरू हैं।
इसके तहत सजा काटने के बाद बालाजी मोरे को चाय-नाश्ते का स्टॉल दिया गया। स्टाल का उद्घाटन मुख्य जिला न्यायाधीश संजय देशमुख ने किया। इस मौके पर देशमुख बोल रहे थे। इस समय डॉ.अपर पुलिस महानिदेशक,महाराष्ट्र राज्य कारागार सुधार सेवा एवं पुनर्वास विभाग के सुनील रामानंद,कारागार उप महानिरीक्षक योगेश देसाई,अपर पुलिस आयुक्त नामदेव चव्हाण,अपर पुलिस आयुक्त राजेंद्र दहले,येरवडा सेंट्रल जेल अधीक्षक रानी भोसले,सहायक पुलिस आयुक्त सतीश गोवेकर,भोई प्रतिष्ठान के अध्यक्ष डॉ.मिलिंद भोई,कोर्ट मैनेजर अतुल ज़ेंडे,एड.प्रताप परदेशी,शिवराज कदम,एड.रानी कांबले,अधिवक्ता चित्रा जानुगड़े भी मौजूद थीं।
अपराधियों को ठीक करने के लिए अग्रणी कार्यकर्ता
सुनील रामानंद ने कहा,प्रेरणा पथ पहल इन कैदियों को समाज की मुख्य धारा में लाने में अग्रणी है,ताकि आपराधिक समुदाय में सुधार के लिए उनके परिवार के भविष्य को ध्यान में रखा जा सके और जल्द ही इसे पूरे राज्य में लागू करने पर विचार किया जाएगा। महात्मा गांधी ने कैदियों की बेहतरी के लिए कई सुझाव भी दिए थे। यह प्रोजेक्ट फिल्म ’दो आंखें बारह हाथ’ को ध्यान में रखकर काम कर रहा है।