मुंबई। व्हीएसआरएस न्यूज: प्रख्यात मराठी, हिंदी फिल्मों और रंगमंच की कलाकार आशालता वाबगांवकर (Ashalata Wabgaonkar) का सतारा के एक निजी अस्पताल में कोविड-19 (Covid 19) से निधन हो गया। वो चार दिनों तक कोरोना वायरस से लड़ती रही। वो 79 वर्ष की थीं। पिछले सप्ताह एक निजी अस्पताल में भर्ती होने के दौरान वह गंभीर हालत में थी। उनका देहांत मंगलवार की सुबह अस्पताल में हुआ।
उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह सतारा अस्पताल में अपने मराठी सीरियल ‘आई कलुबाई’ की शूटिंग करने पहुंची थीं। जहां पर उनकी कोरोना वायरस की जांच की गई थी। जिसमें वह वायरस से संक्रमित पाई गई थीं। आशालता वाबगांवकर का अंतिम संस्कार सतारा में ही किया जाएगा।आशालता वाबगांवकर मराठी और हिंदी फिल्मों की मशहूर अभिनेत्रियों में से एक थीं। उन्होंने कई फिल्मों में अपने शानदार अभिनय से बड़े पर्दे पर अमिट छाप थोड़ी थी। उनका जन्म 2 जुलाई साल 1941 को गोवा में हुआ था। आशालता वाबगांवकर ने 100 से ज्यादा हिंदी और मराठी फिल्मों में काम किया था। उन्होंने मराठी फिल्मों के लिए गाने भी गाए थे।
आशालता वाबगांवकर कई शानदार हिंदी फिल्में भी हैं। उनकी पहली बॉलीवुड फिल्म ‘जंजीर’ थी। इस फिल्म में आशालता वाबगांवकर ने अमिताभ बच्चन की सौतेली मां का किरदार किया था। यह फिल्म साल 1973 में आई थी। वहीं आशालता वाबगांवकर को बॉलीवुड में असली पहचान बासु चटर्जी की फिल्म अपने पराए से मिली थी। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर का सह कलाकार का पुरस्कार मिला था। आशालता वाबगांवकर ने अंकुश, अपने पराए, आहिस्ता आहिस्ता, शौकिन, वो सात दिन, नमक हलाल और यादों की कसम सहित कई शानदार फिल्में की थीं।