शिवहर| व्हीएसआरएस न्यूज: विश्व ऑटिज्म दिवस पर शुक्रवार को पिपराही स्थित बुनियाद केंद्र से रैली निकाल जहां लोगों को जागरूक किया गया । वहीं प्रभात फेरी के माध्यम से आटिज्म पीड़ित लोगों को स्नेह, सहयोग और समर्थन की अपील की गई। यह प्रभात फेरी शिवहर और पिपराही के प्रमुख पथों से गुजरी। इसके पूर्व एसडीओ मो. इश्तियाक अली अंसारी ने बुनियाद केंद्र में आयोजित कार्यक्रम का उदघाटन किया। सामाजिक सुरक्षा कोषांग की सहायक निदेशक ऋतु रानी, फिजियोथेरेपिस्ट चिकित्सक डॉ. राजेश कुमार, प्रकाश कुमार, अमित कुमार, अमित रंजन व लेखापाल पुष्कर पुष्प तथा बुनियाद केंद्र में रह रहे लोगों की मौजूदगी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसडीओ ने कहा कि, प्रत्येक साल दो अप्रैल को विश्व ऑटिज्म दिवस मनाया जाता है। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा घोषित स्वास्थ्य दिवस में से एक महत्वपूर्ण दिवस है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दो अप्रैल 2007 को इसकी घोषणा की थी। तब से प्रत्येक साल दो अप्रैल को विश्व आटिज्म दिवस मनाया जाता है।
इसका उद्देश्य आटिज्म पीड़ित बच्चों और अन्य लोगों के जीवन में सुधार के कदम उठाना और उन्हें सार्थक जीवन जीने के लिए सहयोग देना तथा प्रेरित करना है। कहा कि, आटिज्म, एक प्रकार की मानसिक दिव्यांगता है। यह मस्तिष्क के विकास के दौरान होने वाला विकार है। इसका लक्षण जन्म से या बाल्यावस्था के पहले तीन वर्ष में नजर आता है। इससे व्यक्ति की सामाजिक कुशलता और संप्रेषण क्षमता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
यह जन्म से शुरू होता है और अंत तक रहता है। इसे मानसिक दिव्यांगता भी माना जाता है। आटिज्म कई प्रकार के होते है। कुछ आनुवांशिक और पर्यावरणीय प्रभावों के विभिन्न संयोजनों के कारण होता है। केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार देश में प्रत्येक 110 बच्चों में एक बच्चा इसकी गिरफ्त में होता है। एसडीओ ने आटिज्म पीड़ितों को स्नेह और सहयोग की अपील की ।